(Sirsa News) ऐलनाबाद। सावन शिवरात्रि के पावन अवसर पर आज शहर के विभिन्न शिवालयों में काफी रौनक रही। भगवान शिव के सभी शिवालयों को काफी सुंदर ढंग से सजाया गया था। शिवालयों में जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालु प्रातः अमृत बेला से ही शिवालयों में जुटने शुरू हो गए। जिससे शिवालयों में दिन भर श्रद्धालुओं की लंबी लंबी कतारें देखी गई। श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर पवित्र जल, फल, फूल, बेलपत्र, धतूरा, चंदन, शहद व धूप-दीप आदि चढ़ाकर भगवान शंकर की पूजा अर्चना की। सभी शिवालयों में दिन भर बोल बम व हर हर महादेव के जयकारे गूंजते रहे। सभी शिवालयों में खीर व फलों का प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर लौटे कांवड़ियों ने भगवान शंकर का जलाभिषेक किया। शहर की हनुमानगढ़ रोड पर स्थित श्री भूतेश्वर महादेव से जुड़े शिव कमला टोला के अध्यक्ष मनीष मोंगा ने बताया कि हिन्दू पंचांग के अनुसार साल में वैसे तो कुल 12 शिवरात्रि मनाई जाती हैं जिनमें से एक सावन माह में आती है जिसे सावन शिवरात्रि के रूप में जाना जाता है। सावन शिव रात्रि हिंदुओं के सबसे शुभ त्योहारों में से एक है।
भगवान शिव की दिव्य कृपा उनके जीवन को शांति, आनंद और पूर्णता से भर देती
यह व्रत भगवान शिव और देवी पार्वती के मिलन का प्रतीक है। सावन शिवरात्रि अन्य शिवरात्रियों की तरह हिन्दू धर्म के प्रमुख देवताओं में से एक भगवान शिव की पूजा की जाती है। उन्हें देवो का देव महादेव कहा जाता है। वे बुराई का नाश करने वाले।देवता है। इस दौरान किए जाने वाले अनुष्ठान उनकी दिव्य उपस्थिति का सम्मान करने और शांति, समृद्धि और आध्यात्मिक विकास के लिए उनकी कृपा पाने के लिए किए जाते हैं। जो भक्त सावन शिवरात्रि के दिन शिव का जलाभिषेक करता है उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है। साथ ही मनचाहे फल की प्राप्ति होती है। इतना ही नहीं महादेव का जलाभिषेक करने से व्यक्ति को धर्म, अर्थ, काम, और मोक्ष की प्राप्ति होती है। भगवान शिव का आशीर्वाद उनके जीवन मे खुशियां, समृद्धि और अच्छा स्वास्थ्य लाता है। भगवान शिव की दिव्य कृपा उनके जीवन को शांति, आनंद और पूर्णता से भर देती है। इधर, शिवरात्रि के पावन पर्व पर ग्राम पंचायत पोहड़का में ग्राम सरपंच सुमन सहारन व पूर्व सरपंच सुभाष सहारण ने डॉ एनआर सिद्ध की उपस्थिति में ग्रामवासियों को बेलपत्र पौधे वितरित किए। उन्होंने कहा कि जो ग्रामवासी बेलपत्र के पौधे की अच्छी तरह देखभाल करेगा उसे सम्मानित भी किया जाएगा। पोहड़का ग्राम पंचायत ने यह बहुत ही सराहनीय कार्य किया है। दूसरी ग्राम पंचायतो को भी इन से प्रेरणा लेनी चाहिए।