आज समाज डिजिटल, Sirmour News:
चुनावी वर्ष में सत्ता की चाबी की तलाश में निकली कांग्रेस को उनकी ही पार्टी में लगी फूट की चिंगारी ने कमेटी स्वाहा कर दी। ये कदम भी कांग्रेस हाईकमान को उठाना पड़ा।
वरिष्ठ नेताओं के बीच हुआ था हाई वोल्टेज ड्रामा
गत दिनों सिरमौर के मुख्यालय नाहन और नाहन-सोलन मार्ग पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में हाई वोल्टेज ड्रामे और मारपीट के बाद एफआईआर तक पहुंचा मामला गंभीर हो गया। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इस मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन जो कि शिमला लोकसभा के प्रभारी भी हैं, की रिपोर्ट पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने सिरमौर जिला कांग्रेस कमेटी को भंग कर दिया है। इस सिलसिले में बकायदा कांग्रेस के हिमाचल प्रभारी राजीव शुक्ला की अनुमति भी ली गई है।
थाने तक पहुंच गया था आपसी विवाद
हिमाचल कांग्रेस कमेटी के जनरल सेक्रेटरी आर्गनाइजर रजनीश खिमटा की ओर से नोटिफिकेशन से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर को कांगे्रस कमेटी का कार्यभार सौंपा है।
जिला सिरमौर कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रूपेंद्र ठाकुर और उनके साथ कार में सवार नाहन नगर परिषद के पार्षद राकेश गर्ग जब शिमला से नाहन की ओर आ रहे थे तो अन्य कार में सवार जिला सिरमौर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय बहादुर सिंह, पांवटा के पूर्व विधायक किरनेश जंग चौधरी के अलावा दो अन्य लोगों के द्वारा जानलेवा हमले की एफआईआर रूपेंद्र ठाकुर द्वारा पुलिस थाना नाहन में देर रात दर्ज करवाई गई थी।
पुलिस ने पूर्व विधायक व जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कंवर अजय बहादुर सिंह, पांवटा के पूर्व विधायक किरनेश जंग चौधरी व दो अन्य लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 341, 323 व 34 आईपीसी के तहत एफआईआर दर्ज कर ली थी। यह मामला मंगलवार को भी शांत नहीं हुआ।
हफ्ताभर पहले ही हुआ था विवाद
एक सप्ताह पूर्व भी कांग्रेस के नाहन विधानसभा क्षेत्र के सलानी कटोला में संपन्न हुए एक सम्मेलन में कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष व मंडी लोकसभा की सांसद प्रतिभा सिंह के सामने भी हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया समिति के चेयरमैन व विधानसभा में विपक्ष के उपनेता के साथ-साथ शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव अजय सोलंकी, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष रूपेंद्र ठाकुर समेत सैकड़ों की संख्या में कांग्रेस नेताओं ने जमीन पर बैठकर अपने-अपने नेताओं के समर्थन में प्रतिभा सिंह के सामने ही नारेबाजी की थी।
अब सोमवार रात्रि को कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं के अलावा दो अन्य लोगों पर दर्ज एफआईआर के बाद कांग्रेस कमेटी ने कड़ा संज्ञान लिया है तथा जिला सिरमौर की कांग्रेस कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है। पीसीसी ने तत्त्काल प्रभाव से जिला सिरमौर कांग्रेस कमेटी को भंग करने के पश्चात अगले आदेश तक सिरमौर कांग्रेस कमेटी की जिम्मेदारी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगूराम मुसाफिर को दी गई है।
ये भी पढ़ें : खुल गया प्रगति मैदान सुरंग, पीएम मोदी ने किया टनल और अंडरपास का उद्घाटन