PPF Vs SIP, नई दिल्ली: निवेश के लिए आज कई स्कीम्स मौजूद हैं। लेकिन, जब बात निवेश की आती है तो सभी निवेशक चाहते हैं कि वह ज्यादा रिटर्न देने वाले ऑप्शन को सेलेक्ट करें। ऐसे में निवेश के SIP और PPF काफी पॉपुलर स्कीम हैं। पीपीएफ एक सरकारी योजना है तो एसआईपी स्टॉक मार्केट से जुड़ा है।
आज हम आपको बताएंगे कि इन दोनों स्कीम्स में से आपके लिए कौन-सा बेस्ट रहेगा।
पीपीएफ (PPF)
पीपीएफ (Public Provident Scheme) स्कीम एक सरकारी स्कीम है। इस स्कीम में निवेश करके आप मोटा फंड जमा कर सकते हैं। वैसे तो इस स्कीम का मैच्योरिटी पीरियड और लॉक-इन पीरियड 15 साल का होता है पर निवेशक मैच्योरिटी के बाद भी इसे 5-5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं। इस स्कीम में 7.1 फीसदी का सालाना गारंटी रिटर्न मिलता है।
इस स्कीम में आयकर अधिनियम के 80सी के तहत टैक्स बेनिफिट का लाभ भी मिलता है।
- मैच्योरिटी पीरियड – 15 वर्ष
- गारंटी रिटर्न- 7.1 फीसदी
एसआईपी (SIP)
एसआईपी (Systematic Investment Plan) शेयर बाजार से लिंक्ड होता है। इसमें वैसे तो इसमें औसत 12 फीसदी का रिटर्न मिलता है, लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपने किस सेक्टर के एसआईपी में निवेश किया है।
एसआईपी में कोई लॉक-इन पीरियड नहीं होता है। इसमें आप जब चाहें तब निवेश कर सकते हैं और कभी भी निकासी कर सकते हैं। एसआईपी में आपको हर महीने एक निश्चित अमाउंट का निवेश करना होता है।
आपको बता दें कि आप एसआईपी में आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80 (सी) के तहत टैक्स बेनिफिट का लाभ उठा सकते हैं।
- रिटर्न- औसत 12 फीसदी
- कोई लॉक-इन पीरियड नहीं है
कौन-सी स्कीम है आपके लिए बेस्ट
अगर आप पीपीएफ में हर महीने 12,500 रुपये का निवेश करते हैं तो मैच्योरिटी यानी 15 साल में आप 22,50,000 रुपये तक का निवेश कर चुके होंगे और आपको ब्याज के साथ 40,68,209 रुपये मिलेंगे। वहीं, करोड़पति बनने के लिए आपको पीपीएफ में 25 साल तक निवेश करना होगा।
एसआईपी में आप अगर 19 साल तक 12,500 रुपये का मासिक निवेश करते हैं तो आपको 12 फीसदी के रिटर्न के हिसाब से 1,09,41,568 रुपये मिलेंगे।
ऐसे में एसआईपी में आप कम निवेश के साथ कम समय में करोड़पति बन जाएंगे, जबकि पीपीएफ में आपको ज्यादा निवेश करना होगा वो भी एसआईपी की तुलना में ज्यादा समय के लिए।