नई दिल्ली। किसानोंका आंदोलन केंद्रसरकार के नए कृषि कानून केखिलाफ जारी है। किसान आंदोलन का आज नौवां दिन हैऔर के आंदोलन का आज नौंवा दिन है। नए कृषि कानूनो पर किसान सरकार के साथ आमने-सामने की लड़ाई लड़ रहे हैं। किसान अपनी मांगोंपर अड़ेहुए हैं। वह झुकने को कतई तैयार नहीं हैं। यहां तक कि जब किसान कल चौथे चरण की बातचीत कर रहे थे तब भी उन्होंने सरकार के खाने का हाथ नहीं लगाया और उन्होंने लंगर से आया खाना ही खाया। चौथे चरण की बातचीत भी स रकार और किसानों के बीच बेनतीजा ही रही। गुरुवार को यह बैठक लगभग आठ घंटे चली थी। किसान चाहते है कि सरकार नए कृषि कानून को वापस ले और उनकी मांगों को पूरा करे। सरकार ने बातचीत के लिए पहुंचे विभिन्न किसान संगठनों के 40 किसान नेताओं के समूह को आश्वासन दिया कि उनकी सभी वैध चिंताओं पर गौर किया जाएगा और उन पर खुले दिमाग से विचार किया जाएगा, लेकिन दूसरे पक्ष ने कानूनों में कई खामियों और विसंगतियों को गिनाते हुए कहा कि इन कानूनों को सितंबर में जल्दबाजी में पारित किया गया। बताया जा रहा है कि आज किसान अपनी आगे की रणनीति पर विचार करेंगे।
-किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए दिल्ली पुलिस नेशुक्रवार को गुरुग्राम से आने वाले वाहनोां की चेकिंग शुरू कर दी। इस कारण वहां लंबा जाम भी लगा।