एजेंसी , नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री साध्वी उमा भारती ने सक्रीय राजनीति में कई वर्ष गुजारे हैं और अब वह आने वाले सालों में मौन होने वाली हैं। उमा भारती अपने ओजपूर्ण भाषणों के लिए भी जानी जाती है लेकिन अब वह आने वाले छह वर्षों के लिए मौन साधने वाली हैें। उमा भारती ने बुधवार को यहां ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की 50वीं एवं राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महन्त अवेद्यनाथ की पांचवीं पुण्यतिथि समारोह में यह कहा। उन्होंने राष्ट्रसंत ब्रह्मलीन महन्त अवेद्यनाथ की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि सभा के समापन अवसर पर कहा कि वह कल हिमालय से आयी हैं और आज ही हिमालय जायेंगी । उन्होंने कहा कि वह वहां छह वर्ष तक मौन रहकर जीवन व्यतीत करना चाहेंगी। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि आगामी वर्षों में गंगा निर्मल हो जायेगी और यदि गंगा पर कोई संकट आया तो वह प्राण देने से भी नहीं चूकेंगी। साध्वी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सैंकडों किलोमीटर क्षेत्र में गंगा बह रही है। आशा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गंगा को अविरल और निर्मल रखने में महत्व पूर्ण भूमिका निभायेंगे। अयोध्या में राम मंदिर निमार्ण के विषय पर भारती ने कहा कि वहां भव्य मंदिर के अतिरिक्त कुछ भी नहीं हो सकता और आशा व्यक्त किया कि यह शुभ घडी जल्द आने वाली है कि भव्य मंदिर का निमार्ण होगा।