Aaj Samaj (आज समाज), Sikkim Flash Flood Update, गंगटोक: पूर्वोत्तर राज्य सिक्किम में ल्होनक झील के ऊपर बादल फटने से आई बाढ़ में मरने वाले लोगों की संख्या 21 हो गई है और 100 से ज्यादा अब भी लापता हैं। वहीं बाढ़ के बाद बुरदांग इलाके से लापता हुए सेना के 23 जवानों में से 7 के शव नदी के विभिन्न इलाकों से बरामद कर लिए गए हैं और एक को बचा लिया गया है। मुख्यमंत्री पीएस तमांग ने यह पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि अन्य 15 सैन्यकर्मी अब भी लापता हैं और उनकी तलाश जारी है।
आपदा के बाद से लापता थे 103 लोग
घटना के बाद सैन्यकर्मियों के अलावा कुल 103 लोग लापता थे। इनमें पाक्योंग में 59, गंगटोक में 22, मंगन में 17 और नामची में 5 लोग लापता बताए गए हैं। गौरतलब है कि मंगलवार और बुधवार की दरिम्यानी रात को झील पर बादल फटने के बाद अचानक आई बाढ़ की वजह वे तीस्ता नदी में बड़े पैमाने पर पानी बढ़ गया था और पानी के साथ आए मलबे के कारण वहां सेना का कैंप पूरी तरह तहस-नहस हो गया है।
सेना और एनडीआरएफ की टीमें तलाश में जुटी
बुरदांग में सेना के 41 वाहन मलबे में दब गए हैं और उन्हें खोदकर निकाला जा रहा है। घटनास्थल पर अधिकारियों ने बताया कि भारतीय सेना और एनडीआरएफ की टीमें शुक्रवार को तीसरे दिन भी तीस्ता नदी बेसिन में तेज बहते पानी के बीच लापता लोगों की तलाश में जुटी रहीं। सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसएसडीएमए) ने बुलेटिन जारी कर बताया कि आपदा के बाद से अब तक 2,000 से ज्यादा लोगों को बचाया गया है, जबकि 22 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं।
चुंगथांग बुरी तरह प्रभावित, राज्य में 13 पुल नष्ट
चुंगथांग शहर में बाढ़ से सबसे अधिक नुकसान हुआ है। शहर का 80 प्रतिशत हिस्सा बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। वहीं मंगन जिले में इस आपदा से लगभग 10,000 लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि पाकयोंग में 6,895, नामचि में 2,579 और गंगटोक में 2,570 लोग प्रभावित हुए हैं। इसके साथ ही बाढ़ के कारण राज्य में 13 पुल नष्ट हो गए हैं। इनमें से अकेले मंगन जिले में आठ पुल बह गए। गंगटोक में 3 और नामची में 2 पुल नष्ट हो गए हैं।
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