इशिका ठाकुर,कुरूक्षेत्र:
कल सुप्रीम कोर्ट का फैसला एचएसजीपीसी के हक में आने के बाद पहली बार कुरुक्षेत्र छठी पातशाही गुरुद्वारा पहुंचे सिख नेता जगदीश झींडा, यहां पर बोले इस गुरुद्वारे से ही पहली बार उठाई थी अपनी अलग प्रबंधन कमेटी बनाने की मांग।
सिख समाज क़े अधिकारों की लड़ाई
एचएसजीपीसी और एसजीपीसी क़ो लेकर सुप्रीम कोर्ट क़े फैसले क़े बाद हरियाणा में एक बार फिर सिख राजनीति गर्मा गयी है। हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी पूर्व सदस्य एंव सिख नेता जगदीश झींडा गुरुद्वारा छठी पातशाही पंहुँचे। जंहा उन्होंने सिख समाज की बेहतरी और मानव कल्याण क़े लिये अरदास की। पत्रकारों से बातचीत में जगदीश झींडा ने कहा की 2001 से शुरू हुई सिख समाज क़े अधिकारों की लड़ाई अब प्रवान चढ़ी है। झींडा ने सुप्रीम कोर्ट क़े निर्णय का स्वागत किया और सिख संगत क़ो शुभकामनायें दी।
हरियाणा क़े सीएम से मुलाक़ात
उन्होंने कहा की एसजीपीसी और सुखबीर बादल रिव्यू पेटेशन डालने की बात कर रहें हैं, ये लोग खुद क़ो सुप्रीम कोर्ट से भी बड़ा मानते हैं। सुप्रीम कोर्ट ले निर्णय क़े बाद एसजीपीसी क़ो खुद हमें गुरुद्वारो की सेवा सौंपनी चाहिए। अगर ये हमें सेवा नही देंगें तो हम हरियाणा क़े सीएम से मुलाक़ात कर हरियाणा क़े सीखो का हक मांगेगे। उन्होंने कहा कि 24 सितंबर को हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व सदस्यों के साथ बैठक कर सिख संगत के साथ अगली रणनीति का खुलासा करेंगे। वही हरियाणा और पंजाब के सिखों में आपस मे कोई टकराव ना हो उसके चलते छठी पातशाही गुरुद्वारे पर भारी पुलिस बल तैनात की गयीहै।
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