चंडीगढ़। पंजाब में आने वाले समय में विधान सभा चुनाव होने है जिसे लेकर कांग्रेस आलाकमान और टीम पूरी तैयारी करना चाहती है। लेकिन कांग्रेस के लिए पार्टी की अंतर कलह लंबे समय से मुसीबत बनी हुई है। अब इस समय भी पंजाब कांग्रेस में मामला फिट होता नहीं दिख रहा है। अगले साल पंजाब में चुनाव होने है जिसे लेकर तैयारियां शुरू की जा रही हैं। लेकिन कांग्रेस सूत्रों की माने तो कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच का मामला बैठ नहीं पा रहा है। हाईकमान की तमाम कोशिशों जारी कि कांग्रेस पार्टी में चल रही रार खत्म हो लेकिन इसका हल अभी तो निकलता नहीं दिख रहा है। बताया जा रहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू ने डिप्टी सीएम पद का आॅफर ठुकरा दिया है। सिद्धू कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए अड़े हुए हैं। सूत्रों की माने तो कैप्टन की लीडरशिप मेंडिप्टी सीएम बननेपर सिद्धू ने खुद को सहज नहीं रख पाने की बात कही और डिप्टी सीएम बनने से इनकार कर दिया है। वह प्रदेश अध्यक्ष के पद को चाहते हैं। जबकि बताया जा रहा है कि कैप्टन अमरिंदर इसके खिलाफ हैंऔर वह इस पद के लिए किसी हिंदू नेता को चाहते है जिससे आगामी चुनावों में बैलेंस बनाया जा सके। बीते सप्ताह शनिवार को ही राहुल गांधी ने पंजाब मसलेको सुलझाने के लिए बनी टीम से बातचीत की थी। लेकिन कोई हल नहीं निकल सका। प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने ‘द ट्रिब्यून’ से बातचीत में कहा कि इस मसले का हल जुलाई तक निकल सकता है।