Side Effects of Conditioning
आज समाज डिजिटल, अम्बाला :
Side Effects of Conditioning : गर्मी के मौसम में बालों को खास देखभाल की जरूरत होती है। दरअसल, जब पसीना ज्यादा आता है तो हम उन्हें साफ करने के लिए रोजाना शैंपू का इस्तेमाल करने लगते हैं। इससे बालों का प्राकृतिक तेल कम होने लगता है और बाल रूखे और बेजान होने लगते हैं। ऐसे में कई बार हम बालों को प्री या पोस्ट कंडीशनिंग करना ही बेहतर समझते हैं। बालों को कंडिशन करना बहुत जरूरी है, लेकिन अगर आप जरूरत से ज्यादा कंडीशनर का इस्तेमाल कर रहे हैं तो बालों में दूसरी तरह की समस्याएं होने लगती हैं।
ओवर कंडीशन के लक्षण
बालों में ज्यादा कंडीशनर का इस्तेमाल करने से बाल काफी चिपचिपे हो जाते हैं। बालों का वॉल्यूम कम हो जाता है और बाल भारी हो जाने की वजह से हेयर स्टाइल करने में काफी दिक्कत आने लगती है। अधिक कंडीशनर का प्रयोग करने से बाल मैनेज करना काफी कठिन हो जाता है और ये काफी ग्रीसी लगते हैं।
कंडीशन करने का सही तरीका
- जब भी बालों में शैंपू करें तो हर बार कंडीशन जरूर करें।
- कंडीशनर को बालों पर एक से दो मिनट तक जरूर रहने दें।
- अधिक समय तक बालों में कंडीशन रहने से बाल ऑयली हो सकते हैं।
- कंडीशनर को बालों पर लगाएं ना की स्कैल्प पर।
ओवर कंडीशनिंग से बालों को इस तरह करें ठीक
- अगर बालों में एक्स्ट्रा कंडीशनर लग गए हैं और सूखने के बाद बालों में ग्रीसी स्पॉट्स दिखाई दे रहे हैं तो वहां ड्राई शैंपू का इस्तेमाल कर सकते हैं। (Side Effects of Over Conditioning)
- बालों को महीने में एक बार एप्पल साइडर वेनेगर से धोएं। इसके लिए आधा कप एप्पल साइडर विनेगर में 3 कप पानी मिलाएं और इससे बालों को धोकर पोछ लें।
- बालों में दोबारा से वॉल्युम लाने के लिए आप प्रोटीन ट्रीटमेंट करा सकते हैं। इससे बालों में वॉल्यूम लौट सकता है।
- बाल अगर ओवर कंडीशनिंग की वजह से चिपचिपे लग रहे हैं, तो एक मग में पानी और एक नींबू निचोड़ें और इससे गीले बालों को धो लें। फिर पोछ लें, बाल फ्रेश दिखेंगे।
Side Effects of Over Conditioning
READ More : गर्मियों में कैसे रहें फिट और स्वस्थ, बस रखें इन बातों का ध्यान Stay Healthy in Summer
Read More : नीम का तेल बाल झडऩे की समस्या से दिलाता है निजात Benefits of Neem Oil