जगदीश, नवांशहर:
Shrimaddevi Bhagwat Story Begins : नवरात्र पर बंगा के मां शीतला देवी मंदिर प्रांगण में 9 दिवसीय श्रीमद्देवी भागवत कथा शुरू हुई। मंदिर कमेटी के प्रधान बाबा दविन्द्र कौडा की टीम ने पंडित को कुमांगकर भारद्वाज के साथ सबसे पहले श्री गणेश स्तुति वंदना आरती की।
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ब्रह्मा जी के माध्यम से हुई 18 पुराणों की रचना Shrimaddevi Bhagwat Story Begins
श्री व्यास पीठ पर उपस्थित होकर गंगोत्री से आए स्वामी गणेशानन्द महाराज ने कहा कि भगवान ब्रह्मा के माध्यम से 18 पुराणों की रचना हुई। मगर श्रीमद् देवी भागवत की रचना स्वयं वेदव्यास जी ने की। इस भागवत कथा में देवी के 9 रूपों का वर्णन है। देवी के नवरूप ही संसार को मोक्ष प्रवृत्ति काम क्रोध से मुक्ति जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा तथा कुछ संदिग्ध के मार्ग पर चलने वाले लोगों को संदिग्ध का मार्ग प्रस्तुत करती है।
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धर्म आस्था का क्षेत्र सर्वश्रेष्ठता का नहीं Shrimaddevi Bhagwat Story Begins
उन्होंने कहा कि धर्म आस्था का क्षेत्र है सर्वश्रेष्ठता का नहीं। स्वयं की सर्वश्रेष्ठता वे स्वयं के ईस्ट की सर्वश्रेष्ठता लूटने वाला व्यक्ति धर्म के मार्ग से भी भटकता है। उन्होंने कहा कि आज तो रखने वाला व्यक्ति सभी देवों की आराधना करता है तथा संसार में सुख जीवन का अनुभव करता हुए मोक्ष को प्राप्त करता।जीवन में मो प्रेम आस्था धर्म परिवार वंश के इलावा मनुष्य सामाजिक कद की प्राप्ति के लिये भी हमेशा प्रयत्नशील रहता है। उन्होंने गांव के जो धर्म की आस्था के मार्ग से चलते हैं वो सभी पद सुख प्राप्त करते हैं। इस मौके पर उन्होंने भिन्न भिन्न महाप्राणों संकाय भागवत कथा के सन्दर्भ में मनुष्य को आत्म ज्ञान प्राप्ति का बोध करवाया। अंत में माता शैलपुत्री के प्रगट होने की विधा संसार के लिए वैभव का प्रतीक तथा समय की जरुरत पर पूरा विस्तार से ज्ञान करवाया। (Shrimaddevi Bhagwat Story Begins)
ये श्रद्धालु रहे मौके पर मौजूद Shrimaddevi Bhagwat Story Begins
इस मौके पर श्रद्धालुओं के लिए लंगर लगाया गया। इस मौके पर सुनील आनन्द, संजीव आनन्द, हरकेश आनन्द, जाह्नवी आनंद, शिव कौड़ा, एडवोकेट विजय छाबड़ा, पंकज गोयल, साहिल, हिम्मत तेजपाल, जेडी ठाकर, जगदीश आचार्य , प्रदीप शर्मा, पायल ‘भूमिका, कंचन, गुरदीप, गुरजीत, अमरीक मान, इंद्रजीत मान, कुलजीत कुमार गगन, मीनू वालिया, जितेंद्र कौर, मीनू सागर, सुरिंदर नरेंद्रजीत मौजूद रहे।
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रविवार सुबह माता ब्रह्मचारिणी का पूजन Shrimaddevi Bhagwat Story Begins
बंगा।बग्गा की माता शीतला देवी मंदिर में नवरात्र के उपलक्ष्य पर रविवार को सुबह 10 बजे देवी के दूसरे रूप ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना की गई।
Shrimaddevi Bhagwat Story Begins : इससे पूर्व सुबह 4 बजे से लेकर 6 बजे तक श्री दुर्गा स्तुति पाठ किया गया। जिसमें क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से आए हुए लगभग 200 के करीब महिला व पुरुष भक्तजनों ने श्री दुर्गा स्तुति का पाठ किया। श्री ब्रह्मचारिणी माँ के रूप को शक्कर का प्रसाद अर्पित किया गया।इसके अलावा ऊऐं ही क्लीं ब्रह्मचारिणी नमो मंत्र का पाठ भी किया गया।उधर बंगा के नैना देवी मंदिर में भी सबसिडी दुर्गा स्तुति का पाठ आरंभ किया गया।
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