Aaj Samaj (आज समाज),Shrimad Bhagwat Katha,पानीपत : प्रसिद्ध समाजसेवी स्वर्गीय सुनील वर्मा की 25 वीं पुण्यतिथि एवं मानव जनकल्याण हेतु 11-12 सेक्टर हुडा में वर्मा परिवार के सौजन्य से आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का प्रारंभ मंगलवार को विशाल शोभायात्रा के साथ किया गया। प्रथम दिवस पर श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ एक विशाल शोभायात्रा के साथ किया गया। शोभा यात्रा पूजा, विशाल वर्मा एवं श्रीराम वर्मा की धर्मपत्नी न्यायाधीश दीपाक्षी वर्मा ने मंगल कलश पूजन करके शोभा यात्रा प्रारंभ की। प्रधान विशाल वर्मा ने शोभायात्रा पर प्रसाद वितरण किया एवं पधारे मुख्य अतिथियों एवं श्रद्धालुओं का समस्त वर्मा परिवार ने व्यास मंच से स्वागत किया एवं व्यास मंच पर पूजन करवाया। प्रधान विशाल वर्मा ने पधारे हुए सभी अतिथियों का स्मृति चिन्ह एवं दुशाला देकर सम्मानित किया।
- शोभायात्रा के साथ प्रारंभ हुई सात दिवसीय भागवत कथा सत्संग
सुहागिन महिलाओं ने 151 मंगल कलश अपने सिर पर धारण किए
सैकड़ों की संख्या में सुहागिन महिलाओं ने 151 मंगल कलश अपने सिर पर धारण करके सेक्टर 11-12 सेक्टर हुडा के विभिन्न क्षेत्रों से होते हुए शोभा यात्रा मंगल गीतों के साथ ढोल नगाड़ों के साथ कथा स्थल पर समाप्त हुई। शोभायात्रा के अंदर सुहागिन महिलाओं ने मंगल करें कलश अपने सिर पर धारण करके मंगल गीतों के साथ कार्यक्रम प्रारंभ किया साथ ही ढोल नगाड़ों पर महिलाओं ने खूब बधाइयां गए एवं खूब नित्य किया सभी श्रद्धालुओं ने मंगल कलश अपने सिर पर धारण करके संपूर्ण यात्रा में भक्ति भाव से पदयात्रा की साथ ही मंगल कलश पूजन एवं पावन पवित्र ज्योत जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया व्यास मंच पर विराजमान प्रसिद्ध कथावाचक पंडित राधे-राधे महाराज ने बर्मा परिवार को साधुवाद दिय। साथ ही समाज सेवी विशाल वर्मा एवं श्रीराम वर्मा ने व्यासपीठ पूजन किया।
भागवत कथा केवल ग्रंथ ही नहीं है, अपितु यह समस्त मानव जीवन का सार है
इस मंच पर विराजमान प्रसिद्ध कथावाचक पंडित राधे-राधे महाराज ने भागवत कथा प्रारंभ करते हुए कहा कि भागवत कथा केवल ग्रंथ ही नहीं है, अपितु यह समस्त मानव जीवन का सार है। यदि उपनिषद एवं शास्त्र एवं सभी ग्रंथ इकट्ठे कर दिए जाएं और उनका सार निकाला जाए तो उसका नाम केवल श्रीमद् भागवत कथा ही है, क्योंकि भागवत कथा अति मोक्षदायिनी है एवं कल्याणकारी है। यदि हम अपना मोक्ष चाहते हैं एवं इस मानव जीवन को कल्याण करना चाहते हैं तो हमें भागवत की शरण में जाना ही पड़ेगा। जब जन्म जन्म के पुण्य इकट्ठे हो जाते हैं, तब भागवत कथा करने सुनने का अवसर हमें मिलता है। भागवत कथा सुनने एवं सुनाने की ही वस्तु नहीं है, अब तो साक्षात परम ब्रह्म का स्वरूप है भागवत कथा।
मुक्ति के लिए भागवत की शरण जाना परम आवश्यक
राधे-राधे महाराज ने कहा कि भागवत कथा से ही आप मुक्ति के द्वार तक पहुंच सकते हैं। मुक्ति केवल मृत्यु के रास्ते से नहीं मिलती मुक्ति तो जीते जी भी प्राप्त की जा सकती है, क्योंकि मुक्ति के लिए मरना आवश्यक नहीं है, बल्कि मुक्ति के लिए भागवत की शरण जाना परम आवश्यक है। पंडित राधे-राधे महाराज ने कहा कि भागवत आपका कल्याण तो करती ही है, साथ ही जन्म जन्म के पापों का भी हरण केवल भागवत कथा के माध्यम से किया जा सकता है। भागवत कथा अति सरल, सहज, सकारात्मक ऊर्जा का स्रोत है। यदि हम सकारात्मक ऊर्जा के स्रोत को प्राप्त करना चाहते हैं तो सभी स्रोतों का त्याग करके केवल श्रीमद् भागवत कथा की शरण में जाना ही पड़ेगा।
गीता मन के मैल को साफ करती है
पंडित राधे राधे महाराज ने कहा कि गीता मन के मैल को साफ करती है। गीता समाज में फैली कुरीतियों को साफ करती है। गीता मानव द्वारा निर्मित अत्याचार अनाचार दुराचार को शुद्ध करती है। गीता ही एक ऐसा पावन पवित्र साक्षात भगवान का ग्रंथ है, जिसके अंदर यदि मानव मन से गोता लगाए तो वह मोती बनकर ही समाज की सेवा कर पाएगा। पं.राधे राधे महाराज महाराज ने कहा की गीता भगवान का गीत है। गीता भगवान से मिलाने का मीत है गीता भगवान को और भक्तों को जोड़ने का सेतु है। गीता ही स्वयं परम ब्रह्म है, गीता कोई साधारण ग्रंथ नहीं है, ना ही कोई किताब है, ना ही कोई पढ़ने वाली वस्तु है, गीता तो स्वयं परमात्मा का रूप है, जिसके अंदर गोता लगाया जा सकता है, जो गीता में गोता लगाता है वह गीतामय हो जाता है।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर गंगा धाम मंदिर के परमाध्यक्ष निरंजन पाराशर, प्रवीण वर्मा, विशाल वर्मा, अनिल वर्मा, आम आदमी पार्टी के नेता कृष्णा अग्रवाल, राज ओवराय, सकून माता, अजय वर्मा, नितिन वर्मा, नीना ग्रोवर, शशि माता, बांगा, कौशल्या पाराशर, पं. वेद पाराशर, डी एन खुंगर, विकास वर्मा, अमित मक्कड़, मंच का संचालन वेद बांगा ने किया।