LPG Cylinder Price Update : आम आदमी को झटका, आज से एलपीजी घरेलु सिलेंडर महंगा

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LPG Cylinder Price Update : आम आदमी को झटका, आज से एलपीजी घरेलु सिलेंडर महंगा
LPG Cylinder Price Update : आम आदमी को झटका, आज से एलपीजी घरेलु सिलेंडर महंगा

केंद्र सरकार ने प्रति सिलेंडर 50 रुपए की वृद्धि की

LPG Cylinder Price Update (आज समाज), बिजनेस डेस्क : एक तरफ पूरी दुनिया में अमेरिकी टैरिफ नीति का खौफ व्याप्त है। विश्व के सभी प्रमुख बाजार मंदी की तरफ अग्रसर हैं। वहीं सोमवार को केंद्र सरकार ने दो बड़े फैसले लिए हैं। एक तरफ जहां पेट्रोल व डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी गई है वहीं घरेलु एलपीजी सिलेंडर का दाम भी 50 रुपए प्रति सिलेंडर बढ़ा दिया गया है।

हालांकि पेट्रोल और डीजल पर केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि उपभोक्ताओं को इसका असर नहीं होगा और इनका दाम पहले जैसा ही रहेगा। लेकिन आर्थिक जानकारों का कहना है कि पेट्रोलियम कंपनियां लंबे समय तक नुकसान सहन नहीं करेंगी और आने वाले दिनों में आम लोगों को पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने के लिए तैयार रहना होगा।

अब इतने का मिलेगा सिलेंडर

आम जनता को महंगाई के मोर्चे पर एक और झटका लगा है। एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतें बढ़ गईं हैं। घरेलू गैस सिलेंडर और उज्जवला योजना के तहत मिलने वाले सिलेंडर पर 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी हुई है। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने सोमवार को वितरण कंपनियों की ओर से रसोई गैस या एलपीजी की कीमत में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी किए जाने का एलान किया।

मंत्री ने कहा कि उज्ज्वला और सामान्य श्रेणी के ग्राहकों दोनों के लिए गैस की कीमत में इजाफा किया गया है। नई कीमतें आज आधी रात से लागू हो जाएंगी। सामान्य उपभोक्ताओं के लिए 14.2 किलोग्राम वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 803 रुपए से बढ़कर 853 रुपए हो जाएगी और उज्ज्वला योजना के तहत उपभोक्ताओं के लिए 14.2 किलोग्राम वाले सिलेंडर की कीमत 503 रुपये से बढ़कर 553 रुपये हो जाएगी।

अब हर दो-तीन सप्ताह बाद होगी मुल्य समीक्षा

पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा, “एलपीजी के प्रति सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये की वृद्धि होगी। 500 से यह 550 (पीएमयूवाई लाभार्थियों के लिए) हो जाएगी और अन्य के लिए यह 803 रुपये से बढ़कर 853 रुपये हो जाएगी। यह एक ऐसा कदम है जिसकी हम आगे समीक्षा करेंगे। हम हर 2-3 सप्ताह में इसकी समीक्षा करते हैं। इसलिए, आपने जो उत्पाद शुल्क में वृद्धि देखी है, उसका बोझ पेट्रोल और डीजल पर उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगा। उस उत्पाद शुल्क वृद्धि का उद्देश्य तेल विपणन कंपनियों को 43,000 करोड़ रुपये की भरपाई करना है।