Shivraj Chouhan :पीएम मोदी किसानों के खातों में कल जमा करेंगे 22700 करोड़ रुपए

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Shivraj Chouhan
Shivraj Chouhan :पीएम मोदी किसानों के खातों में कल जमा करेंगे 22,700 करोड़ रुपए से अधिक की राशि
  • देशभर के नौ करोड़ से अधिक किसानों को होगा लाभ
  • बिहार के दरभंगा से देश के किसानों को देंगे तोहफा

Union Minister Shivraj Singh Chouhan, (आज समाज), पटना: केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा हे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले कल बिहार के दरभंगा से देशभर के नौ करोड़ से अधिक किसानों के खातों में किसान सम्मान निधि के 22,700 करोड़ रुपए से अधिक जमा करेंगे। बिहार की राजधानी पटना एयरपोर्ट पर मीडिया के साथ बातचीत में शिवराज ने यह बात कही।

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छोटे किसानों के लिए वरदान है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि

केंद्रीय मंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री 24 फरवरी को बिहार दौरे पर आएंगे और एक क्लिक से वह देशभर के नौ करोड़ 80 लाख किसानों के खातों में किसान सम्मान निधि के 22,700 करोड़ रुपए से अधिक जमा करेंगे। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि छोटे किसानों के लिए वरदान है। उन्होंने यह भी कहा कि वे मखाना बोर्ड की स्थापना पर चर्चा करेंगे, जिसकी घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में केंद्रीय बजट में की थी।

बिहार एक असाधारण राज्य

शिवराज चौहान ने कहा, बिहार एक असाधारण राज्य है। यहां की प्रतिभा, किसान और खासकर मखाना सभी उल्लेखनीय हैं। वर्तमान में मखाना किसानों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है और प्रौद्योगिकी के माध्यम से इन समस्याओं का समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा, यही कारण है कि मखाना बोर्ड की स्थापना की जा रही है, क्योंकि मखाना बोर्ड के गठन के साथ हमारा प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि सबसे पहले मखाना किसानों से चर्चा हो।

मखाना किसानों के साथ बैठकर बातचीत करूंगा : शिवराज 

शिवराज ने बताया कि आज वह मखाना किसानों के साथ बैठकर बातचीत करेंगे, क्योंकि उनसे बेहतर कोई नहीं बता सकता कि हमें क्या करना चाहिए। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में बिहार राज्य में मखाना बोर्ड बनाने का प्रस्ताव रखा। मखाना या फॉक्सनट, एक पौष्टिक खाद्य पदार्थ है, जिसका बिहार में व्यापक रूप से उत्पादन और उपभोग किया जाता है। एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत मखाना उत्पादकों को काफी लाभ हुआ है।

मखाना अनुसंधान केंद्र को राष्ट्रीय संस्थान का दर्जा दिया

मखाना अनुसंधान केंद्र को राष्ट्रीय संस्थान का दर्जा दिया गया है, साथ ही मखाना को जीआई टैग भी मिला है। मखाना के उत्पादन, प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन और विपणन को बेहतर बनाने के लिए बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना की जाएगी। इन गतिविधियों में लगे लोगों को एफपीओ में संगठित किया जाएगा। सीतारमण ने कहा, बोर्ड मखाना किसानों को सहायता और प्रशिक्षण सहायता प्रदान करेगा और यह सुनिश्चित करने के लिए भी काम करेगा कि उन्हें सभी प्रासंगिक सरकारी योजनाओं का लाभ मिले।

किसानों को उनकी उपज का मिले बेहतर पारिश्रमिक 

प्रधानमंत्री का एक महत्वपूर्ण फोकस यह सुनिश्चित करना रहा है कि किसानों को उनकी उपज का बेहतर पारिश्रमिक मिल सके। इसे ध्यान में रखते हुए, 29 फरवरी, 2020 को उन्होंने 10,000 किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के गठन और संवर्धन के लिए केंद्रीय क्षेत्र की योजना का शुभारंभ किया, जो किसानों को सामूहिक रूप से अपने कृषि उत्पादों का विपणन और उत्पादन करने में मदद करता है। पांच साल के भीतर, किसानों के लिए प्रधानमंत्री की यह प्रतिबद्धता पूरी हो गई है, उन्होंने कार्यक्रम के दौरान देश में 10,000वें एफपीओ के गठन का मील का पत्थर चिह्नित किया।

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