नई दिल्ली। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों को जीत का श्रेय देते हुए रविवार को कहा कि धीमी पिच होने के कारण टीम प्रबंधन को गेंदबाजी में छह विकल्प पर्याप्त लगे थे। भारत चार मुख्य गेंदबाजों के साथ उतरा था लेकिन उसे पांचवें गेंदबाज की कमी खली क्योंकि शिवम दुबे (7.5 ओवर में 68 रन) और केदार जाधव (एक ओवर में 11 रन) प्रभाव नहीं छोड़ पाये। वेस्टइंडीज ने यह मैच आठ विकेट से जीतकर तीन मैचों की सीरीज में शुरूआती बढ़त बनायी।
कोहली ने मैच के बाद कहा, हमें लगा कि गेंदबाजी में छह विकल्प पर्याप्त होंगे, विशेषकर तब जबकि पिच धीमा खेल रही थी और केदार एक विकल्प था, लेकिन दूधिया रोशनी में यह पिच अलग तरह से खेली। मुझे लगता है कि उन्होंने बहुत अच्छी बल्लेबाजी की। तेज गेंदबाज गेंद पर अच्छी पकड़ नहीं बना पा रहे थे। हेटमेयर ने बेहतरीन पारी खेली और होप ने भी। कोहली ने भारतीय पारी में अर्धशतक जड़कर उसे शुरूआती झटकों से उबारने वाले श्रेयस अय्यर (70) और ऋषभ पंत (71) की भी तारीफ की।
उन्होंने कहा, मैं और रोहित शर्मा नहीं चल पाये और ऐसे में उन दोनों के पास मौका था और उन्होंने धीमी पिच पर बहुत अच्छी बल्लेबाजी की। रविंद्र जडेजा के आउट होने के बारे में कोहली ने कहा, क्षेत्ररक्षक ने अपील की, अंपायर ने कहा नॉट आउट। मैदान के बाहर बैठे लोग यह तय नहीं कर सकते की वहां क्या हुआ। मैंने पहले कभी ऐसा नहीं देखा।
वेस्टइंडीज के कप्तान कीरोन पोलार्ड ने हेटमेयर की जमकर तारीफ की और रन आउट के मामले को तूल नहीं दिया। पोलार्ड ने कहा, हेटमेयर आलोचकों के निशाने पर थे लेकिन यह अपनी भूमिका और जिम्मेदारी को समझने का मामला था। टीम प्रबंधन को उन पर पूरा भरोसा था। जडेजा के रन आउट के बारे में उन्होंने कहा, आखिर में सही फैसला हुआ जो कि महत्वपूर्ण है। हमने अपील की और अंपायर ने उस समय सही फैसला नहीं किया लेकिन आखिर में उचित फैसला हो गया।
हेटमेयर को उनकी 139 रन की धांसू पारी के लिये मैन आफ द मैच चुना गया। उन्होंने कहा कि वह फार्म में वापसी करके खुश हैं। हेटमेयर ने कहा, यह शतक मेरे लिये काफी मायने रखता है क्योंकि मैंने पिछला शतक साल के शुरू में लगाया था। मैंने खुद पर भरोसा रखा और अपनी रणनीति पर अच्छी तरह अमल किया।
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