नई दिल्ली। महाराष्ट्र में विधान सभा चुनाव होने है पार्टियां इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं। नामांकन भी दाखिल हो चुके हैं। इस दौरान भाजपा और शिवसेना के लिए अच्छी खबर आई। दरअसल दोनों पार्टियों ने अपने असंतुष्ट नेताओं को मनाने में कामयाबी हासिल कर ली। असंतुष्ट नेताओं को पार्टियों ने आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ औरंगाबाद से दाखिल अपने अपने नामांकन वापस लेने के लिए राजी कर लिया है। सोमवार को नामांकन वापस लेने का अंतिम दिन था। इसी दिन भाजपा के मंत्री अतुल सावे, निवर्तमान विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बगाड़े तथा अन्य आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ नामांकन दाखिल करने वाले असंतुष्टों ने अपने नामांकन वापस ले लिए। सावे औरंगाबाद (पूर्व) विधानसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार हैं वहीं बगाड़े फूलंबरी सीट से चुनाव मैदान में हैं। नेताओं के समझाने-बुझाने के बाद शिव सेना की रेणुकादास वैद्य ने औरंगाबाद (पूर्व) से सावे के खिलाफ अपना नामांकन वापस ले लिया। उन्होंने कहा कि वे भाजपा कार्यकर्ता राजू शिंदे को नामांकन वापस लेने में मनाने मे सफल नहीं हुए जिन्होंने औरंगाबाद (पश्चिम) सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया है। इस सीट से शिव सेना के संजय श्रीसत चुनाव मैदान में है। भाजपा अपने शहर इकाई के उपाध्यक्ष बालासाहेब गायकवाड को नामांकन वापस लेने के लिए मनाने में सफल रही। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा दाखिल किया था।