Aaj Samaj (आज समाज), Shimla Landslide, शिमला: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के समरहिल इलाके में हुए भूस्खलन के बाद शवों के मिलने का सिलसिला जारी है। अब तक 14 शव बरामद किए जा चुके हैं। राजधानी के अन्य इलाकों में भी भूस्खलन हुआ है और इसके आलावा कई घरों को खतरा बन गया है। हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी परिसर में भी जमीन धंस गई है जिससे लाइब्रेरी को खतरे के मद्देनजर 20 अगस्त तक बंद कर दिया गया है। एसडीएम शिमला (शहरी) भानु गुप्ता का कहना है कि समरहिल में हुए भूस्खलन के बाद वहां और शव होने की आशंका के चलते तलाश अभी जारी है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, मलबे में सात और शव हो सकते हैं। पहाड़ों में बारिश के कारण उधर यमुना का जलस्तार बढ़ने से दिल्ली में फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
सेना व अन्य बलों का तलाश अभियान जारी : एसडीएम
स्थानीय लोगों का कहना है कि मलबे में कुल 21 शव हो सकते हैं जिनमें से दो दिनों में 14 शव बरामद किए हैं। एसडीएम के अनुसार एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, स्थानीय पुलिस और होम गार्ड लगातार तलाश में जुटे हैं। उन्होंने कहा, हमें कुछ लोगों के जीवित होने की यदि कोई खबर मिलती है, तो हम उन्हें ठीक से बचा लेंगे।
एक ही परिवार के सात लोग लापता
समरहिल में एक ही परिवार के सात लोग भी लापता हैं। परिजन अपनों का पता न चलने से परेशान हैं। ये वो लोग हैं जो शिवमंदिर में थे। स्थानीय पार्षद के अनुसार इसके अलावा रास्ते से निकल रहे कितने लोग भूस्खलन की चपेट में आए उसकी जानकारी नहीं है। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि जब भूस्खलन हुआ तो मंदिर में पूजा चल रही थी और अधिकतर लोग मलबे के साथ नीचे बह गए। इसे देखते हुए एक टीम को नीचे नाले में भेजकर सर्च आॅपरेशन चलाया जा रहा है।
सवा सात बजे मलबा पेड़ों समेत मंदिर पर गिरा
दरअसल, सावन का सोमवार होने के कारण सबह से ही समरहिल के शिवबाड़ी शिवमंदिर में लोगों की आवाजाही शुरू हो गई थी। भारी बारिश के चलते सुबह करीब 7:15 बजे धमाके के साथ भारी मलबा पेड़ों समेत मंदिर पर जा गिरा। इससे यह मंदिर पूरी तरह से मलबे में दब गया। जो लोग मंदिर पहुंचे थे, उन्हें भागने तक का मौका नहीं मिला।
शिमला पुलिस की अपील
शिमला पुलिस ने अपील की है कि यदि शिवबाड़ी मंदिर हादसे के बाद शिमला व समरहिल के आसपास के क्षेत्र से यदि कोई व्यक्ति गुमशुदा है तो कि उसका नाम, पता, मोबाइल नंबर व संपूर्ण जानकारी साझा करें। इसके लिए पुलिस स्टेशन बालूगंज 01772830193, पुलिस कंट्रोल रूम शिमला 01772800100 व 112 पर सूचित करें।
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर
उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के कारण दिल्ली के पुराने रेलवे ब्रिज पर पिछले कल यानी मंगलवार को यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान से ऊपर बढ़कर 205.39 मीटर तक पहुंच गया है। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के आंकड़ों के अनुसार, जल स्तर में लगातार वृद्धि देखी जा रही है, जो मंगलवार की रात 10 बजे खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर 205.39 मीटर हो गया।
पिछले महीने दिल्ली मेें बाढ़ ने तोड़ा था रिकॉर्ड
मध्य जुलाई में राजधानी और पहाड़ों पर भारी वर्षा के कारण दिल्ली को भीषण बाढ़ का सामना करना पड़ा। 13 जुलाई को यमुना नदी रिकॉर्ड 208.66 मीटर तक बढ़ गई थी, जिससे पिछले रिकॉर्ड भी टूट गए थे। बीते कई सालों की तुलना में शहर में अधिक अंदर तक बाढ़ का पानी घुस आया था। बाढ़ग्रस्त इलाकों से 27000 से अधिक लोगों को निकाला गया। संपत्ति, कारोबार और कमाई के मामले में करोड़ों रुपये तक का नुकसान हुआ है।
यह भी पढ़ें :
- Atal Bihari Vajpayee Death Anniversary: पुण्यतिथि पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को दी श्रद्धांजलि
- Himachal Weather: भाखड़ा व पोंग बांध से पानी छोड़ने के कारण पंजाब के होशियारपुर व रूपनगर में कई गांव जलमग्न
- Rain havoc In Himachal: हिमाचल में फिर आफत की बारिश, भूस्खलन के कारण मलबे में तब्दील कई घर, गाड़ियां, 41 लोगों की मौत
Connect With Us: Twitter Facebook