Patiala News (आज समाज), पटियाला : मांगों को लेकर किसानों ने फरवरी 2024 से शंभू बॉर्डर पर पक्का मोर्चा लगाया हुआ है। करीब पांच माह से अंबाला-अमृतसर हाईवे पूरी तरह से बंद है। इससे जहां वाहन चालकों को परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है वहीं आसपास के गांववाले भी परेशान हैं। उनको अंबाला आने के लिए घग्गर नदी के बीच से होकर गुजरना पड़ता है अब जबकि बरसात का मौसम है तो घग्गर नदी में पानी होने के चलते उनका अंबाला आना बहुत मुश्किल हो गया है।
इसी के चलते गत दिनों आसपास के ग्रामीणों ने किसान नेताओं को मांग पत्र भी सौंपा था, लेकिन कोई हल नहीं निकला। अब पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट वासु रंजन शांडिल्य ने पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में शंभू बॉर्डर खुलवाने के लिए हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। वासु रंजन शांडिल्य ने बताया कि जनहित याचिका में बताया कि पांच महीने से नेशनल हाईवे 44 बंद है।
इससे अंबाला के दुकानदार, व्यापारी, छोटे बड़े रेहड़ी फड़ी वाले भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। याचिका में मांग की गई है कि शंभू बॉर्डर को तुरंत प्रभाव से खोलने के आदेश दिए जाएं। शनिवार को दायर की गई याचिका पर सोमवार को सुनवाई होने की उम्मीद है। वासु रंजन शांडिल्य ने याचिका में पंजाब व हरियाणा सरकार सहित किसान नेता स्वर्ण सिंह पंढेर व जगजीत सिंह डल्लेवाल को भी पार्टी बनाया है।
इसलिए लगाया पक्का मोर्चा
पंजाब के कुछ किसान संगठनों ने सरकार द्वारा कुछ मांगें न माने जाने के बाद फरवरी में दिल्ली कूच की काल की थी। इसके बाद केंद्र और हरियाणा सरकार ने तुरंत फैसला लेते हुए शंभू बॉर्डर पर पक्का नाका लगा दिया था। जब किसान संगठनों ने शंभू बॉर्डर पार करके अंबाला में घुसने की कोशिश की तो पुलिस और अर्ध सैनिक बलों ने उनकी इस कोशिश को नाकाम कर दिया था। इसके बाद किसान संगठनों ने पंजाब की सीमा में शंभू बॉर्डर पर ही पक्का मोर्चा लगा दिया। जिसके चलते यह अंबाला-अमृतसर राष्टÑीय राजमार्ग फरवरी से ही बंद है।