पांच साल बाद रक्षाबंधन पर मंडराया भद्रा का साया

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Rakshabandhan
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  • 12 अगस्त को सुबह सवा आठ बजे तक रक्षा सूत्र बांधने का शुभ मुहर्त

प्रवीण वालिया, करनाल:
पांच साल बाद एक बार फिर भाई बहन के अमर प्रेम को समर्पित पर्व रक्षा बंधन पर भद्रा का साया छाया रहेगा। भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए कुछ घंटो तक ही शुभ मुहूर्त रहेगा। भद्रा नक्षत्र में कोई भी पवित्र कार्य नहीं करते हैं।

ये है ज्योतिषाचार्य की नजर

रक्षा बंधन पर भद्रा का साया
रक्षा बंधन पर भद्रा का साया

इस बार चचार्ओं के अनुसार 11 अगस्त और 12 अगस्त को राखी बांधने का योग बन रहा था, लेकिन भद्रा के साए ने रक्षा बंधन का मजा किरकिरा कर दिया। ज्योतिषाचार्य अमी चंद्र शर्मा ने बताया कि 11 अगस्त को दोपहर बाद तक चतुर्दशी हैं। इसी दिन दोपहर 11 बजे कर 30 मिनट से भ्रदा नक्षत्र लग जाएगा। इस दिन दोपहर बाद से पूर्णि मा लग जाएगी। यह सुबह आठ बज कर पंद्रह मिनट तक रहेगी। जब कि भ्रदा का साया रात पौने दस बजे तक रहेगा। रात में रक्षा बंधन का पर्व नहीं मनाया जा सकता हैं।

12 को सुबह सवा 8 बजे से मुहूर्त

इसलिए 12 अगस्त को सुबह सवा आठ बजे तक शुभ मुहूर्त हैं। उसके बाद राखी तो दोपहर बाद तक बांधी जा सकती है क्यांकि मुहूर्त सुबह से शुरू हो रहा हैं। उदय सुबह का मुहूर्त हैं। इसा लिए दिन में भी राखी बांधी जा सकती हैं। 12 अगस्त को पूर्णिमा के साथ त्रिमूर्ति और द्वापिनी संयोग बन रहा हैं। रक्षा सूत्र का विधान दिन में भी किया जा सकता हैं। शास्त्रोंं के अनुसार भद्रा नक्षत्र में शुभ कार्य नहीं किया जा सकता हैं। वैसे इस बार रक्षा सूत्र बांधन के लिए मोली का प्रयोग करें। उन्होंने बताया कि रक्षा बंधन पर सुबह सवा आठ बजे तक अत्यंत शुभ मुहूर्त हैं।