गाजियाबाद। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, गाजियाबाद के सेवा विभाग के तत्वावधान में गुरूवार को रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। रक्तदान शिविर एमएमजी जिला अस्पताल गाजियाबाद की टीम की देखरेख में सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। पहले दिन रक्तदान शिविर में कुल 55 यूनिट ब्लड इकठ्ठा हुआ।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग कार्यवाह राम वरूण ने बताया कि समाचार पत्रों में प्रकाशित ख़बर जिसमें गाज़ियाबाद जिला अस्पताल के ब्लड बैंक में बल्ड की यूनिटों का अभाव बताया गया था, को स्वयं संज्ञान में लेकर कार्यकर्ताओं ने यह तय किया कि संकट के इस समय में वह शहर में रक्त की कमी नहीं होने देंगे। इसी क्रम में यह प्रथम प्रयास था, जिसमें चिन्हित स्वयंसेवकों का आह्वान किया गया और कुल 55 यूनिट उत्तर रक्तदान किया गया। प्रशासन के साथ तालमेल बनाकर आगे भी इस प्रकार के आयोजन आवश्यकता के अनुसार किए जाते रहेंगे।
इस अवसर पर विभाग प्रचारक प्रवीर ने कहा कि “तन समर्पित मन समर्पित और यह जीवन समर्पित, चाहता हूँ देश की धरती तुझे कुछ और भी दूँ” इसी भाव के साथ संघ के कार्यकर्ता किसी भी परिस्थिति में देश और समाज के लिए स्वयं को समर्पित करने के लिए तत्पर रहते हैं। जनपद में रक्त की कमी के समाचार को संज्ञान लेकर तुरन्त ही इस प्रकार का आयोजन कर स्वयंसेवकों ने एक आदर्श प्रस्तुत किया है। उन्होंने आगे बताया कि हमारे शरीर से निकलने वाला एक यूनिट ब्लड किसी की जान बचा सकता है। लोगों में भ्रम रहता है कि खून देने से कमजोरी आती है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता। जितना रक्त निकलता है उतना 24 घटे में ही पूरा हो जाता है और रक्तदान करने से हृदय रोग का खतरा भी कम हो जाता है। अगर आपका शरीर सक्षम हैं तो रक्तदान कर दूसरों की जिंदगी बचा सकते हैं। रक्तदान को महादान भी कहा गया है। जिला अस्पताल की स्वास्थ्य टीम के द्वारा रक्तदान प्रक्रिया से पूर्व सभी दानदाताओं की चिकित्सीय जांच की गई, ताकि किसी को रक्तदान के पश्चात कोई समस्या न हो।
इस अवसर पर इंदिरापुरम स्थित अवंतिका हॉस्पिटल के स्वामी डॉ. युवराज ने भी रक्तदान किया अन्य रक्तदाताओं में राष्ट्रीय स्वयंसेवक के गाजियाबाद विभाग प्रचारक, प्रवीर कुमार, विभाग कार्यवाह राम वरुण, हरनंदी महानगर कार्यवाह हरीश, महानगर शारीरिक प्रमुख, रोहित, महानगर व्यवस्था प्रमुख अविनाश चन्द्र एवं महानगर घोष प्रमुख विनय के अलावा बड़ी संख्या में संघ पदाधिकारी एवं स्वयंसेवकों ने स्वेच्छा से रक्तदान किया।