आईबी महाविद्यालय में गेट वे ऑफ हेल्थी लाइफ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन

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आईबी महाविद्यालय में गेट वे ऑफ हेल्थी लाइफ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन
आईबी महाविद्यालय में गेट वे ऑफ हेल्थी लाइफ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन
आज समाज डिजिटल, पानीपत:
पानीपत। आईबी (पीजी) महाविद्यालय में गृह विज्ञान के तत्वावधान में “गेट वे ऑफ हेल्थी लाइफ” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य डॉ. अजय कुमार गर्ग द्वारा दीप प्रज्जवलन व उत्साहवर्धक वक्तव्य से हुआ। उन्होंने अपने व्याख्यान में कहा कि इस तरह के कार्यक्रम विद्यार्थियों को पौष्टिक आहार संबंधी महत्वपूर्ण और उपयोगी जानकारी प्रदान करके भविष्य में लाभान्वित करते हैं। उन्होंने कहा कि आज का युवा आहार में पौष्टिक तत्वों से लगातार दूर होता जा रहा है युवा जंक फूड और ठंडे पेय पदार्थों का अधिक से अधिक उपयोग करते हैं। जो कि उनके शरीर को धीरे-धीरे दीमक की तरह खोखला कर रहे हैं।
युवा वर्ग को फास्ट फूड छोड़कर पौष्टिक आहार करना चाहिए
इन सबके कारण छात्रों को युवावस्था में ही शुगर, हार्ट अटैक, खून की कमी मोटापा जैसी बीमारियां घेर रही है। इसलिए युवा वर्ग को फास्ट फूड छोड़कर पौष्टिक आहार करना चाहिए। कॉलेज की उपप्राचार्या डॉ. मधु शर्मा, गृहविज्ञान विभागाध्यक्षा डॉ. सीमा, हिंदी विभागाध्यक्षा डॉ. शशि प्रभा ने मुख्य वक्ता दीपिका डावर को तुलसी का पौधा व मोमेंटो देकर सम्मानित किया। मुख्यवक्ता दीपिका डावर ने छात्रों को पौष्टिक तत्वों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हमारा आहार-विहार किस तरह का होना चाहिए।

 

आईबी महाविद्यालय में गेट वे ऑफ हेल्थी लाइफ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन
आईबी महाविद्यालय में गेट वे ऑफ हेल्थी लाइफ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन

छात्रों के आहार संबंधी समस्याओं के प्रश्नों का निवारण किया

प्रतिदिन कितनी बार कितनी मात्रा में आहार करना चाहिए व साथ ही उन्होंने छात्रों को समझाया कि अगर वह व्रत करते हैं तो वह खाली पेट ना रहे एक समय पौष्टिक आहार जरूर करें। उन्होंने छात्रों के आहार संबंधी समस्याओं के प्रश्नों का निवारण भी किया। गृह विज्ञान विभागाध्यक्षा डॉ. सीमा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी थाली में प्रत्येक आहार में पौष्टिक तत्वों का समावेश करें व तनाव मुक्त रहें। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। मंच का संचालन प्रो. अंशिका ने किया। इस संगोष्ठी में लगभग 70-80 बच्चे शामिल हुए। इस अवसर पर डॉ. सुनीता ढांडा, डॉ. निधि, डॉ. रंजू, प्रो. सोनिया वर्मा, प्रो. रेखा शर्मा व अन्य प्राध्यापकगण मौजूद रहे।