कहा- भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मनमर्जी के चलते कांग्रेस को हरियाणा की सत्ता से हाथ धोना पड़ा
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: सैलजा गुट के नेताओं ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार का ठीकरा अब हुड्डा गुट पर फोड़ना शुरू कर दिया। सैलजा गुट के नेता अब खुलकर हुड्डा व प्रदेशाध्यक्ष उदयभान के विरोध में आ गए है। उनका कहला है कि प्रदेश में हुड्डा के कारण ही कांग्रेस की हार हुई है। खुद प्रदेशाध्यक्ष अपनी सीट नहीं बचा सके और फिर भी पद पर बने है। उन्होंने कि कम से कम हार के बाद तो प्रदेशाध्यक्ष को पद से त्याग पत्र दे देना चाहिए था। लेकिन वे अब भी पद पर बने हुए है। हुड्डा के अंहकार ने पूरी पार्टी की सत्यनाश कर दिया। कभी भी एक जाति या समाज सरकार नहीं बना सकता। सरकार बनाने में सभी वर्गों की भागीदारी होती है। पार्टी के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता व हरियाणा के पिछड़ा वर्ग के उपाध्यक्ष एडवोकेट मुकेश सैनी ने कहा है कि हुड्डा पार्टी के अंदर सिर्फ खुद को ही सबसे बड़ा नेता साबित करने में लगे है। हुड्डा ने लोकसभा चुनाव के समय से ही पार्टी के अंदर अपने विरोधियों को खुड्डा लाइन लगाना शुरू कर दिया था।
क्योंकि वह नहीं चाहते थे की कांग्रेस की सरकार बनने पर उनके अलाव कोई ओर सीएम पर पर दावा ठोके। लोकसभा चुनाव से पहले प्रत्याशियों को लेकर कराए गए सर्वे में भिवानी-महेंद्रगढ़ से किरण चौधरी की बेटी श्रृति चौधरी सर्वे में नंबर-1 पर थी पर फिर भी हुड्डा ने टिकट वितरण में मनमर्जी करते हुए श्रृति चौधरी की जगह अपने खास रावदान सिंह को टिकट दिया। इसी बात से खफा होकर किरण चौधरी ने बेटी सहित कांग्रेस को अलविदा कह दिया। वहीं भारतीय किसान यूनियन अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कांग्रेस की हार का जिम्मेदार पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा को बताया है। चढ़ूनी ने कहा कि हुड्डा तो बुद्धिहीन है। कांग्रेस के लिए पॉजिटिव माहौल तो हरियाणा में हम किसानों ने बनाया था।
किरण चौधरी के भाजपा में जाने से कांग्रेस को हुआ नुकसान
मुकेश सैनी ने कहा कि किरण चौधरी के भाजपा में जाने का नुकसान कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में उठाना पड़ा। भिवानी व चरखी दादरी की सीटों पर किरण चौधरी का अच्छा प्रभाव है। भाजपा ने यहां की सभी सीट जीत कर कांग्रेस को हार के कगार पर डाल दिया। तोशाम से किरण चौधरी की बेटी श्रृति चौधरी ने जीत दर्ज करते हुए हरियाणा में बंसीलाल की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया।
हुड्डा गुट ने कुमारी सैलजा का किया अपमान
मुकेश सैनी ने कहा कि टिकट वितरण केवल एक ही व्यक्ति को अहमियत दी गई। हुड्डा को फ्री हैंड देकर बाकी सभी वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी की गई। कुमारी सैलजा के प्रति सरेआम जातिसूचक अपशब्दों का इस्तेमाल हुआ। इसके बावजूद भी पार्टी के बड़े नेताओं ने कोई कार्रवाई नहीं की। कांग्रेस उम्मीदवारों को हराने के लिए ही चुनाव मैदान में उतरे निर्दलीय बागी कांग्रेसियों को समझा बुझाकर बैठाने का प्रयास तक नहीं किया गया। अंबाला कैंट से कांग्रेस उम्मीदवार परविंदर परी के सामने पार्टी की बागी चित्रा सरवारा, उचाना में कांग्रेस प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह के सामने बागी कांग्रेसी वीरेंद्र घोघड़िया को मनाकर नहीं बैठाया गया।
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