Seitan: कारण चाहें जो भी हो, पर पूरी दुनिया में वीगन डाइट यानी प्लांट बेस्ड डाइट की तरफ रुझान तेज़ी से बढ़ा है। अपने स्वाद को बनाए रखने के लिए वीगन हो चुके लोगों ने कई ऐसी चीजों को एक्सप्लोर किया, जो प्लांट बेस्ड होते हुए भी एनिमल बेस्ड फूड से ज्यादा स्वादिष्ट और पौष्टिक हों। ऐसा ही एक सुपरफूड है सेटेन। व्हीट ग्लूटेन फ्लोर से तैयार किया जाने वाला सेटेन प्रोटीन और आयरन का बेहतरीन स्रोत है।
क्या है सेटेन
सेटेन एक प्लांट बेस्ड फूड है, जिसे व्हीट ग्लूटेन फ्लोर से तैयार किया जाता है। ग्लूटेन प्रोटीन प्रोलमिन और ग्लूटेलिन से बना है। ये गेहूं के अलावा जौ और राई में भी पाया जाता है। कोलेस्ट्रॉल फ्री इस पोषक तत्व से शरीर को आयरन, कैल्शियम और अन्य आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त होते हैं। सेटेन का प्रयोग कई तरह की रेसिपीज को बनाने के लिए किया जाता है। यूएसडीए की रिसर्च के अनुसार एक चौथाई कप सेटेन में 21 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है।
इसके अलावा इसमें अमीनो एसिड की भी कमी होती है। सेटेन से तैयार फूड्स में सोडियम की उच्च मात्रा पाई जाती है। वीगन डाइट के लिए सेटेन हेल्दी विकल्प है और इसे मॉडरेट ढ़ग से खाने से शरीर को अमीनो एसिड की प्राप्ति हो सकती है।
1. प्लांट बेस्ड प्रोटीन
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार व्हाइट ग्लूटन से तैयार इस हाई प्रोटीन फूड में नौ अमीनो एसिड पाए जाते हैं, जो मसल्स को मज़बूत बनाते हैं। साथ ही इसमें लायसिन की मात्रा पाई जाती है। यूएसडीए के अनुसार 3 ओंस सेटेन से 15 से 21 ग्राम प्रोटीन की प्राप्ति होती है, जो एनिमल प्रोटीन के बराबर है।
2. लो कैलोरी फूड
सेटेन में कार्ब्स की अधिक मात्रा नहीं पाई जाती है। मिनरल्स से भरपूर इस फूड में कैलोरीज़ भी कम होती हैं। इससे चलते शरीर में कैलोरीज स्टोरेज़ कम होने लगती है और लो सेचुरेटिड फैट्स पाए जाते है। इससे वेटगेन की समस्या से बचा जा सकता है और शरीर को पोषण की प्राप्ति होती है। हैं।
3. हाई फाईबर डाईट
सेटेन के फाइबर गुणों के बारे में बात करते हुए कहती हैं कि 2 ओंस सेटेन में 1 ग्राम फाइबर पाया जाता है। इससे आपका पेट देर तक भरा रहता है और आपको बार-बार भूख नहीं लगती। साथ ही शुगर स्पाइक के खतरे से भी बचा जा सकता है।
सेटेन के सेवन से पहले रखें इन बातों का ख्याल
वे लोग जिन्हें गट सेंसिटीविटी की समस्या है उन्हें सेटेन खाने से परहेज़ करना चाहिए ।
सेटेन में ग्लूटन की उच्च मात्रा पाई जाती है। सेटेन मीट का वीगन ऑप्शन है, मगर रोज़ाना इसका सेवन करने से गट हेल्थ को नुकसान पहुंच सकता है।
इसके अधिक सेवन से पाचन संबधी समस्याएं बढ़ जाती हैं, जिससे अपच और कब्ज का सामना करना पड़ सकता है।
फूड सेंसिटीविटी, इंफ्लामेशन और लीकी गट सिंड्रोम भी सेटेन एलर्जी का संकेत हो सकते हैं।
इसके अलावा रोज़ाना सेटेन खाने से इरिटेबल बॉवल सिंड्रोम की समस्या भी बढ़ सकती है।