प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर :
राष्ट्रीय पंजाबी महासभा के नैशनल प्रेसिडेंट अशोक मेहता रविवार को सिखों के दसवें पातशाही श्री गुरु गोविंद सिंह जी के चार साहिबजादे की याद में मनाए जा रहे महान शहीदी समागम में जगाधरी के गुरुद्वारा गोबिंदपुरा भंबौली में पहुंचे।
पंजाबी महासभा की सरकार से मांग सहजधारीयों को भी बनाया जाए एचएसजीपीसी का सदस्य
नैशनल प्रेसिडेंट अशोक मेहता ने पत्रकारों को बताया कि हरियाणा सरकार ने हरियाणा के गुरुद्वारों के रखरखाव करने के लिए हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक की 38 सदस्यों की एडहॉक कमेटी बनाई है। जिसमें कोई भी सहजधारी सिख को कमेटी का सदस्य नहीं बनाया गया है। राष्ट्रीय पंजाबी महासभा सरकार से मांग करती है कि हरियाणा प्रदेश के सहजधारी सिख को भी हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनाव के लिए वोट डालने का अधिकार मिलें। उन्होंने कहा कि मानवीय आधार पर भी और संविधान के आधार पर हमारे देश में धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार दिया गया है । उन्होंने कहा कि हमारी जिस धर्म में आस्था है। उस पर रोक-टोक नहीं होनी चाहिए और हर व्यक्ति को अपने लिए धर्म की स्वतंत्रता है। उन्होंने कहा कि प्रबंधक कमेटी में सहजधारी वोट के अधिकार को लेकर 2017 से पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में केस पेंडिंग है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने हाल ही में जो एडहॉक कमेटी बनाई है उसमें सहजधारी सिखों के दो सदस्यों को भी शामिल किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा राष्ट्रीय पंजाबी महासभा हरियाणा प्रदेश में ही नही बल्कि देश के अलग-अलग राज्यों में अपनी महासभा के माध्यम से समाजिक कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हमारी महासभा का मुख्य उद्देश्य सत्कार अते सेवा की भावना से और सामाजिक भाईचारे का संदेश देने का कार्य कर रही है।
इस मौके पर राष्ट्रीय पंजाबी महासभा के प्रदेश महासचिव राकेश भल्ला, कोषाध्यक्ष अमनप्रीत सिंह, परमजीत सिंह (बब्बू), गुरविंदर सिंह बिंद्रा और मोंटी, लक्की अरोड़ा विशेष रूप से शामिल रहे।
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