Second Heart Attack : जानिए क्या करें दोबारा न आए अटैक

0
50
Second Heart Attack

Second Heart Attack : समय के साथ देश में हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के रोगियों में इजाफा हुआ है। यह दोनों ही बीमारियां एक आम समस्या बनकर सामने आई हैं। हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के पीछे कई कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। मोटापा इनकी एक बड़ी वजह माना जाता है। मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज की वजह से व्यक्ति को हृदय संबंधी बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। इसमें हार्ट अटैक को भी शामिल किया जाता है। कुछ लोगों को एक बार हार्ट अटैक की स्थिति से गुजर चुके होते हैं, ऐसे में डॉक्टर उनको दूसरे हार्ट अटैक से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतने की सलाह देते हैं।

डाइट में करें बदलाव

डाइट का आपकी हेल्थ पर गहरा असर पड़ता है। ऐसे में डॉक्टर व डाइटिशियन आपको डाइट में बदलाव करने की सलाह दे सकते हैं। दूसरी बार हार्ट अटैक से बचने के लिए आपको विटामिन, मिनरल्स और एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर फल और सब्जियों का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें। इसके अलावा, साबुत अनाज को डाइट में शामिल करें। फैट युक्त और प्रोसेस्ड फूड का सेवन न करें। इसके साथ ही, नमक ज्यादा खाने से भी हृदय पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

नियमिक रूप से करें एक्सरसाइज

सेहतमंद रहने के लिए आपको कम वजन उठाने वाले या आसानी से की जाने वाली एक्सरसाइज रेगुलर करनी चाहिए। इससे वजन और हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। इसके लिए आप रोजाना कम से कम 30 मिनट से एक घंटा एक्सरसाइज के लिए निकालें। इसमें आप वॉक करना, साइकिलिंग और स्वीमिंग कर सकते हैं। इसके अलावा, सांसों से जुड़े योग करने से भी आप हृदय से जुड़ी बीमारियों के जोखिम को कम कर सकते हैं।

स्ट्रेस और तनाव को दूर करें

लंबे समय तक स्ट्रेस और तनाव बने रहने से आपको हृदय रोगों का जोखिम अधिक होता है। ऐसे में आपको दूसरी बार हार्ट अटैक आने की संभावना बढ़ जाती है। इससे बचने के लिए आप सुबह के समय योग और मेडिटेशन करें। खुली हवा में योग करने से ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। साथ ही, ब्रेन की मांसपेशियों को आराम मिलता है, जिससे स्ट्रेस और तनाव तेजी से कम होने लगता है। स्ट्रेस होने पर आप लोगों के साथ ज्यादा से ज्यादा मिल सकते हैं। लोगों के साथ बाते शेयर करने और मिलने से तनाव कम होने में मदद मिलती है।

नियमित रूप से जांच कराएं

पहली बार हार्ट अटैक से गुजरन के बाद व्यक्ति को बेहद सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। ऐसे में आपको नियमित रूप से हृदय की जांच करानी चाहिए। साथ ही, कोलेस्ट्रॉल, वजन और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखना भी जरूरी होता है। जांच में किसी भी तरह की गड़बड़ी होने पर तुरंत इलाज शुरू कराएं।

नियमित रूप से दवाएं लें

दूसरी बार हार्ट अटैक से बचने के लिए आप नियमित रूप से दवाओं का सेवन करें। इससे आपको हार्ट अटैक का जोखिम कम होता है। डॉक्टर हृदय पर दबाव को कम करने के लिए कुछ दवाओं का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं। ऐसे में दवाओं को स्किप न करें।

दूसरे बार हार्ट अटैक से बचने के लिए आप लाइफस्टाइल और डाइट में आवश्यक बदलाव कर सकते हैं। इस दौरान आपको शराब और धूम्रपान से दूरी बनानी चाहिए। यह आपके लिए समस्या का कारण बन सकता है। इस दौरान किसी भी तरह के लक्षण को अनदेखा नहीं करना चाहिए। सीने में दर्द व बैचेनी होने पर आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।