संजीव कुमार, रोहतक:
Second Day of Seven Day NSS Camp : जीवन के लिए बूंद-बूंद पानी अनमोल है। हम जल की बर्बादी करते रहेंगे तो आने वाला समय ऐसा होगा, जहां हम पानी की बूंद बूंद को तरसेंगे। पानी हमारे जीवन का आधार है। इसलिए पानी को बचाएं और जीवन सुरक्षित रखें। उक्त विचार अखिल भारतीय जाट सूरमा स्मारक महाविद्यालय में बुधवार को सात दिवसीय एनएसएस कैंप के दूसरे दिन पूर्व कृषि अधिकारी डॉ. रविंद्र नांदल ने वालिंटियर को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। मुख्य अतिथि का कॉलेज में एनएसएस कार्यक्रम अधिकारियों ने स्वागत किया।
‘जल ही जीवन है’ यह पूरी तरह सत्य है (Second Day of Seven Day NSS Camp)
डॉ. नांदल ने कहा कि ‘जल ही जीवन है’ और यह पूरी तरह सत्य है हमें अपने दैनिक कार्यों के लिए सुबह से रात तक पानी की आवश्यकता होती है, जल के बिना मानव जीवन का अस्तित्व संभव नहीं है। सेंट जॉन एंबुलेंस इंडिया रोहतक के टे्रनिंग अधिकारी श्री रविदत्त ने स्वयंसेवकों को बताया कि जीवनभर संवेदनशील बनकर समाज की सेवा करें। प्राथमिक चिकित्सा से हम आपदा की स्थिति में दूसरों की मदद कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि प्राथमिक चिकित्सा का उद्देश्य किसी दुर्घटना में घायल व्यक्ति की जान बचाने के लिए सहायता या सेवा की जाती है। वहीं शिविर में आजादी का अमृत महोत्सव, स्वच्छ भारत अभियान, पर्यावरण संरक्षण, राष्ट्रीय सेवा योजना पर पोस्टर मेकिंग और स्लोगन लेखन प्रतियोगिता भी आयोजन किया गया। सायंकालीन सत्र के दौरान हार्टफुलनेस संस्था के पदाधिकारियों ने मेडिटेशन करवाकर कई तरह की जानकारियां उपलब्ध करवाई।(Second Day of Seven Day NSS Camp)
ये लोग रहे मौजूद (Second Day of Seven Day NSS Camp)
इस अवसर पर एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुशीला डबास, डॉ. शमशेर धनखड़, डॉ. जसमेर सिंह, डॉ. मनीषा दहिया, डॉ. शीशपाल राठी, ब्रिगेडियर एमएस हुड्डा, भगत सिंह मलिक के अलावा सभी पांचों यूनिट के वालिंटियर उपस्थित रहे।
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