कुल्लू में सेब सीजन-2021 की तैयारियों को लेकर की बैठक
आज समाज डिजिलट, कुल्लू:
उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने कहा कि सेब सीजन शुरू हो चुका है और इस दौरान कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार को सख्ती के साथ अपनाने की जरूरत है। वह सोमवार को सेब सीजन-2021 के दौरान किए जाने वाले जरूरी प्रबंधों और तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बागवानी व निर्माण कार्यों के लिए बड़ी संख्या में प्रवासी, विशेषकर नेपाली श्रमिक जिले के विभिन्न भागों में आते हैं।
डीसी ने कहा कि जिले में प्रवेश करने वाले प्रत्येक प्रवासी की कोविड जांच आवश्यक तौर पर की जानी चाहिए। इसके लिए उन्होंने समस्त एसडीएम व खंड विकास अधिकारियों से बाहरी मजदूरों की जानकारी संबंधित खंड चिकित्सा अधिकारी को देने को कहा। इसी प्रकार, उन्होंने आढ़तियों, ठेकेदारों व पंचायती राज संस्थानों के चुने हुए प्रतिनिधियों से भी प्रवासी मजदूरों की जानकारी बीएमओ से साझा करने को कहा, ताकि इनके कोरोना टेस्ट को सुनिश्चित बनाया जा सके।
उपायुक्त ने समस्त एसडीएम से कहा कि यदि किसी स्थान पर ज्यादा संख्या में एक साथ बाहरी क्षेत्रों से श्रमिक आते हैं तो उनकी कोरोना जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग से विशेष जांच शिविर संबंधित स्थल पर लगवाया जाए। उन्होंने ठेकेदारों से कहा कि पहले से मौजूद श्रमिकों की कोरोना जांच प्रत्येक 15-20 दिनों में करवाई जानी चाहिए, ताकि किसी प्रकार की असुरक्षा से बचा जा सके। उन्होंने कहा कि भीड़ वाली जगहों पर स्वास्थ्य विभाग कोरोना जांच के लिए अस्थाई शिविर लगाए। उन्होंने कहा कि कोई एक श्रमिक यदि कोरोना पॉजिटिव हो तो वह अनेक अन्यों को संक्रमित कर सकता है। इस स्थिति से बचने के लिए जरूरी है कि प्रत्येक श्रमिक की जिले में प्रवेश करने से पहले कोरोना जांच हो। यदि कोई पॉजिटिव पाया जाता है तो संबंधित ठेकेदार अथवा बागवान उसकी आइसोलेशन की समुचित व्यवस्था करेगा।
सब्जी मंडी में पार्क न हो बाहरी प्रदेशों के ट्रक
जिलाधीश ने कहा कि जिले की किसी भी सब्जी मंडी में बाहरी प्रदेशों से आने वाले ट्रक पार्क न हों। एपीएमसी सचिव और पुलिस को यह सुनिश्चित बनाना है। ट्रक केवल फल व सब्जी लोड करने के लिए सब्जी मंडी में प्रवेश करें और तुरंत वहां से बाहर निकल जाएं। सब्जी मंडियों के आस-पास यातायात की व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए उन्होंने पुलिस को अगले एक माह तक अतिरिक्त बलों की तैनाती करने को कहा। उन्होंने वाहनों की र्पाकिंग के लिए स्थलों को चिन्हित करने के लिए पुलिस को निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर चन्द्र ने कहा कि मुख्य सड़कों पर दोनों ओर से वाहनों की आवाजाही को सुचारू बनाने के लिए जरूरी है कि मुख्य राजमार्ग के किनारे फल लाने व ले जाने वाले वाहनों की अनावश्यक र्पाकिंग न की जाए। इसके लिए कुछ और स्थलों का निर्धारण करने की संभावना का पता जल्द लगाया जाएगा। उन्होंने इस संबंध में आढ़तियों व ट्रक यूनियनों से भी सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि पुलिस से अनावश्यक कोई उलझे नहीं, क्योंकि उन्हें केवल नियमों के तहत ही यातायात को सुचारू बनाने की व्यवस्था करनी है।
सड़कों का करेंगे आवश्यक रख-रखाव
आशुतोष गर्ग ने लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं से कहा कि विशेषकर सेब सीजन के दौरान सम्पर्क मार्गों को सही हालत में रखें। संवेदनशील मार्गों पर मशीनरी व श्रम शक्ति पर्याप्त मात्रा में तैनात कर लें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण सड़कें जो पंचायत स्तर पर संचालित की जाती हैं, ऐसी सड़कों को भी सही हालत में रखने के प्रयास किए जाएं। ट्रकों की उपलब्धता पर ट्रक यूनियनों ने कहा कि वे अपने स्तर पर यह व्यवस्था कर लेते हैं और ट्रकों को लेकर किसी प्रकार की कमी नहीं होती। फल उत्पादकों ने कहा कि ट्रकों में निर्धारित मानदंडों के आधार पर ही फलों की लोडिंग की जानी चाहिए। ओवरलोडिंग से अनेक फल वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं, जिससे ठेकेदार व फलोत्पादक सभी को नुकसान पहुंचता है। फलोत्पादकों ने प्रति करेट मजदूरी सभी मंडियों में समान रूप से निर्धारित करने को कहा। ये दरें वर्तमान में अलग-अलग है जिससे बागवानों को नुकसान पहुंच रहा है।
सब्जी मंडियों में हो सफाई की उपयुक्त व्यवस्था
उपायुक्त ने कहा कि सीजन के दौरान सब्जी मंडियों में टमाटर व नाशपाती अधिक मात्रा में सड़ते हैं, जिससे आस-पास के रिहायशी इलाकों के लिए बड़ी असुविधा उत्पन्न होती है। उन्होंने संबंधत सचिवों से कहा कि सब्जी मंडी में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। वैज्ञानिक तरीके से गड्डे बनाए जाएं। कम्पोस्ट तैयार किया जाए और गोशालाओं में भी कुछ कचरे को इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक को बिल्कुल भी जलाया नहीं जाना चाहिए। इसे रांगड़ी भेजा जाए।
वैक्सीनेशन के लिए आगे आएं पात्र लोग
आशुतोष गर्ग ने कहा कि अगले एक सप्ताह के दौरान जिले में युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन का कार्यक्रम है और इस अवधि में जिले की सौ फीसदी आबादी को कवर करने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है और प्रयास किए जाएंगे कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य संस्थानों में लोगों को उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक दिन वैक्सीन के लिए स्वास्थ्य संस्थानों की सूची लोगों की सूचना के लिए प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल साइटों के माध्यम से उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज अगले 4 से 5 दिनों में हर हालत में लगवाने को कहा और जिन लोगों को पहली डोज लिए 84 दिनों की अवधि पूरी हो चुकी है, वे दूसरी डोज जरूर लगवाएं। उन्होंने कहा कि दोनों डोज लेने के बाद व्यक्ति पूरी तरह से कोरोना वायरस भय से सुरक्षित हो जाता है और यदि पॉजिटिव आ भी जाए तो व्यक्ति को वायरस नुकसान नहीं पहुंचाता। उन्होंने श्रमिकों की बहुतायत वाले क्षेत्रों में उन्हें वैक्सीन लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग को स्पेशल कैंप लगाने को कहा।
—कुल्लू।