इशिका ठाकुर, Karnal News : करनाल के उपमंडलाधीश अनुभव मेहता ने कहा कि आज के समय में स्वरोजगार की राह पर आगे बढऩा और अपने व्यावसाय को विकसित करना एक बड़ी उपलब्धि है। ऐसा करके न केवल हम अपना सामथ्र्य साबित करते हैं बल्कि अपने व्यावसाय में अन्य लोगों को जोड़कर रोजगार के अवसर भी मुहैया करवा सकते हैं और इससे हमारे देश की आर्थिक उन्नति भी सुनिश्चित होगी।
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हर व्यक्ति स्वरोजगार की राह पर आगे बढ़े
वे बुधवार को स्थानीय पंचायत भवन में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत बैंकों द्वारा आयोजित क्रेडिट आऊटरीच प्रोग्राम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इससे पहले एसडीएम ने रिबन काटकर कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत की और पंचायत भवन में विभिन्न बैंकों द्वारा लगाए गए स्टॉल्स का अवलोकन किया व उपभोक्ताओं को दी जा रही सेवाओं के बारे में विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में सरकार द्वारा संचालित योजनाओं व वित्तीय संस्थानों की सेवाओं का लाभ लेकर हर व्यक्ति स्वरोजगार की राह पर आगे बढ़ते हुए अपने परिवार की जरूरतों पूरा करने के साथ-साथ आजीविका के निर्धारित अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब आजादी से पहले देश के संसाधनों पर भी देश के नागरिकों का कोई अधिकार नहीं था।
आज आजादी के बाद देश के संसाधनों पर पूरी तरह से देश के लोगों का ही अधिकार है। वित्तीय संस्थानों की कार्य प्रणाली में तो परिवर्तन इस स्तर पर हुआ है कि वे अपनी सेवाएं लोगों के घर-द्वार पर जाकर मुहैया करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में हम किसी भी क्षेत्र में कार्य करने के लिए वित्तीय संस्थाओं से ऋण प्राप्त कर सकते हैं। कृषि के क्षेत्र में कार्य करने वाले किसानों व स्वयं का लघु उद्योग स्थापित करने के लिए बैंकों की ओर से ऋण के साथ-साथ सरकार की ओर से सब्सिडी की भी व्यवस्था की गई है।
लाभार्थियों को बैंकों द्वारा स्वीकृत किए गए ऋण पत्र
उन्होंने कहा कि ऋण लेने से पहले यह जरूरी है कि हम अपने प्रोजैक्ट पर अच्छे से कार्य करें ताकि भविष्य में ऋण चुकाने के समय हमें किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। इस मौके पर उन्होंने लाभार्थियों को बैंकों द्वारा स्वीकृत किए गए ऋण पत्र सौंपे। कार्यक्रम में उपस्थित पंजाब नेशनल बैंक के मंडल प्रमुख जोगिन्द्र सिंह ने एसडीएम को बताया कि इस कार्यक्रम का आयोजन वित्त मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार वित्तीय सेवाएं विभाग द्वारा पूरे देश में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम को 6 जून से 12 जून तक आईकॉनिक सप्ताह के रूप में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों तक बैंकों की सेवाएं उपलब्ध करवाना, सरकार की योजनाओं के प्रति जागरूक करना और विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने के इच्छुक लोगों को ऋण उपलब्ध करवाना है।
योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी
इस मौके पर नाबार्ड के एजीएम अभिमन्यु मलिक ने कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि 6 जून से 12 जून तक आईकॉनिक सप्ताह के माध्यम से आमजन वित्तीय संस्थानों व सरकारी योजनाओं के संदर्भ में अपना ज्ञानवर्धन कर सकता है और इन सेवाओं व योजनाओं का लाभ लेकर अपने जीवन में सुधार कर सकता है। इसी में हमारे देश की तरक्की सम्माहित है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब वर्ष 1992 में देश में केवल 500 स्वयं सहायता समूह चल रहे थे, आज समय बदला है और बैंकों की मदद से एक करोड़ से अधिक स्वयं सहायता समूह सक्रिय रूप से कार्य कर रहे हैं और इनमें लगभग 13 करोड़ सदस्य अपने परिवारों के लिए बेहतर आजीविका कमा रहे हैं।कार्यक्रम में एमएसएमई की संयुक्त निदेशक सुनीता कात्याल ने भी विभाग की योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। कार्यक्रम में एलडीएम एसके हंदूजा ने भी क्रेडिट आऊटरीच प्रोग्राम के बारे में जानकारी दी और जिला स्तर पर विभिन्न बैंकों के योगदान व उपलब्धियों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी।
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना
के्रडिट आऊटरीच कार्यक्रम के तहत 916 उपभोक्ताओं के 119 करोड़ रुपये के ऋण किए स्वीकृत। एलडीएम एसके हंदूजा ने के्रडिट आऊटरीच कार्यक्रम की सफलता के बारे में बताते हुए कहा कि इस कार्यक्रम के तहत अब तक 916 उपभोक्ताओं के रिटेल, कृषि व एमएसएमई के क्षेत्र में कार्य करने के लिए लगभग 119 करोड़ रुपये के ऋण स्वीकृत किए गए हैं तथा प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत 2556, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना के 1511 तथा अटल पेंशन योजना के 375 लाभार्थियों को लाभ दिया गया है।
इस मौके पर स्वयं सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रही
इस मौके पर एजीएम वीके शर्मा, मुख्य प्रबंधक एसबीआई राधे श्याम गुप्ता, विभिन्न बैंकों के डीसीओ व शाखा प्रबंधक, भारी संख्या में बैंक उपभोक्ता तथा स्वयं सहायता समूह की महिलाएं उपस्थित रही।