Haryana News: हरियाणा के चार जिलों में पांचवी कक्षा तक नहीं लगेंगे स्कूल

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हरियाणा के चार जिलों में पांचवी कक्षा तक नहीं लगेंगे स्कूल
Haryana News: हरियाणा के चार जिलों में पांचवी कक्षा तक नहीं लगेंगे स्कूल

बढ़ते प्रदूषण के कारण लिया फैसला
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: बढ़ते प्रदूषण के कारण हरियाणा के चार जिलों में 5वीं कक्षा तक स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। जिलों जिलों में पांचवी तक स्कूल बंद किए गए है उनमें गुरुग्राम, रोहतक, सोनीपत और झज्जर शामिल हैं। आगामी आदेशों तक इन जिलों में पांचवी कक्षा तक के बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जाएगा। बच्चों को आनलाइन तरीके से घर पर की पढ़ाया जाएगा। गौरतलब है कि पिछले करीब ड़ेढ महीने से प्रदेश में प्रदूषण की भयंकर स्थिति बनी हुई है। अब प्रदूषण के साथ-साथ धुंध ने भी लोगों का जीन दूभर कर दिया। दिल्ली-एनसीआर में तो स्थिति बहुत खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है।

इसे देखते हुए प्रदेश शिक्षा विभाग ने सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नरों को छूट दी थी कि वह प्रदूषण-धुंध की स्थिति का आकलन कर छुट्टी पर फैसला ले सकते हैं। इन 4 जिलों के बाद 10 और शहरों में स्कूल बंद किए जा सकते हैं। इनमें फरीदाबाद, नूंह, रेवाड़ी, पानीपत, पलवल, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, जींद और करनाल शामिल हैं। एनसीआर में हरियाणा के 14 जिलें आते है। मौसम विभाग का कहना है कि हरियाणामें मौसम आमतौर पर 21 नवंबर तक शुष्क रहने की संभावना है। 22 नवंबर रात्रि से एक और पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से मौसम में बदलाव की संभावना बनी हुई है। वहीं रविवार सुबह भी हरियाणा में धुंध छाई रही। जिस वजह से विजिबिलिटी 30 मीटर रह गई। मौसम विभाग ने सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, जींद में घनी धुंध का येलो अलर्ट जारी किया है।

प्रतिबंधित वाहन जब्त करने के दिए निर्देश

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के सदस्य डॉ . सुजीत कुमार बाजपेयी की अध्यक्षता में शनिवार को अहम बैठक हुई। इसमें ग्रैप 1, 2, 3 की समीक्षा की गई। आयोग ने कहा कि प्रदूषण जांच प्रमाण पत्र के बिना वाहनों का तत्काल चालान करें। एनसीआर में प्रतिबंधित वाहन जब्त किए जाएं।

579 पर पहुंचा भिवानी का एक्यूआई

भिवानी में हालात बेहद खराब हैं। आज सुबह जारी हुए आंकड़ों के अनुसार यहां का एक्यूआई 579 तक पहुंच गया। इसके अलावा बहादुरगढ़ का 483, हिसार का 407, मुरथल का 349, जींद का 327, कैथल का 296, गुरुग्राम का 241, कुरुक्षेत्र का 230 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। वहीं पंचकूला में सूबे का सबसे कम और सबसे अच्छा एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया, यहां का एक्यूआई मात्र 71 दर्ज किया गया।

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