परवीन दत्तौड़, सांपला:
शिक्षा विभाग की ओर से रेशनलाइजेशन योजना के खिलाफ लोगो में रोष बढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में बृहस्पतिवार को गांव मोरखेड़ी में भी ग्रामीणों ने शिक्षा विभाग की रेशनलाइजेशन योजना और स्कूल में शिक्षकों की कमी को दूर करने की मांग के लिए गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल पर ताला जडकर रोष प्रकट किया।
स्कूलों में विषय समाप्त न करे सरकार
ग्रामीणों ने रिक्त पड़े शिक्षकों के पदों पर तैनाती और योजना के तहत स्कूल से विषय समाप्त न करने की मांग की है। ग्रामीणों ने साफ किया है कि विद्यार्थियों के हितों से खिलवाड़ करने से शासन प्रशासन बाज नही आता है कि वह कड़े कदम उठाने पर मजबूर होगें। जानकारी के अनुसार बृहस्पतिवार को गांव के निवर्तमान सरपंच मंजीत के नेतृत्व में ग्रामीण राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल पहुंचे तथा स्कूल पर ताला लगाकर रोष प्रकट किया। कुछ देर रोष प्रकट करने के बाद ग्रामीण लौट गए। स्कूल पहुंचे निवर्तमान सरपंच मंजीत जगफूल, बालकिशन, वेदप्रकाश और महेंद्र सहित अन्य ग्रामीणों का कहना था कि सरकार और शिक्षा विभाग रेशनलाइजेशन योजना के तहत स्कूल में शिक्षकों की पोस्ट खत्म कर रही है।
ऐसा रहा तो बच्चे कहां से पाएंगे शिक्षा
स्कूल में ड्राइंग, मिडिल में अंग्रेजी, हिंदी और गणित विषय खत्म कर दिया है। वहीं, प्राचार्या और चपरासी सहित कई अन्य शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हुए हैं। ग्रामीणों का कहना था कि अगर गांव में शिक्षकों के पद ही खत्म कर दिए जाएंगे तो गांव के बच्चे शिक्षा कहां ग्रहण करने जाऐगें। ग्रामीणों के आर्थिक हालत इतने सुदृढ नहीं हैं कि सभी अविभावक नीजी स्कूलों में अपने बच्चों को दाखिल करवा सकें। ग्रामीणों का कहना था कि सरकार शिक्षा का बेड़ा गर्क कहना चाहती है। ग्रामीण किसी भी सूरत में ऐसा सहन नहीं करेंगे और जरूरत पड़ी तो आंदोलन करने से भी पीछे नही हटेंगे।
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