- कहा : मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा दिव्यांगजनों के कल्याणार्थ चलाई जा रही है अनेक योजनाएं : राज्य आयुक्त राजकुमार मक्कड़
Aaj Samaj (आज समाज), Schemes For Disabled People , मनोज वर्मा, कैथल:
हरियाणा राज्य आयुक्त ( नि:शक्त जन) राजकुमार मक्कड़ ने कहा कि विद्या का दान सबसे बड़ा दान है। यदि हम विशेष बच्चों को शिक्षित करेंगे और समाज की मुख्य धारा में जोड़ेंगे तो समाज आगे बढ़ेगा। इस कार्य के लिए हम सभी का सहयोग बहुत जरूरी है। सरकार द्वारा भी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभ पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। राज्य आयुक्त राजकुमार मक्कड़ सोमवार को पट्टी अफगान स्थित गुरू ब्रहस्पति दिव्यांग एवं बाल उपवन केंद्र में नव जीवन केंद्र का शुभारंभ करने के दौरान बोल रहे थे।
विशेष बच्चों को शिक्षित करेंगे और समाज की मुख्य धारा से जोड़ेंगे तो समाज जरूर आगे बढ़ेगा : मक्कड़
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि इस नव जीवन केंद्र के माध्यम से विशेष बच्चों की जिंदगी में बदलाव लाने का कार्य किया जाएगा। कोई भी दिव्यांग शिक्षा से वंचित नहीं रहना चाहिए, इसी लक्ष्य के मद्देनजर समाज सेवी संस्थाओं के अलावा अन्य सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं को इन विशेष बच्चों के उत्थान के लिए मिलकर कार्य करना होगा। सरकार द्वारा दिव्यांग अध्यापकों की नियुक्तियां की जा रही है। दिव्यांग व्यक्ति में दिव्य आत्मा होती है और हमें इसकी निष्ठा से पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से ही आपको भगवान के दर्शन होंगे।
राज्य आयुक्त राजकुमार मक्कड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल सभी वर्गों के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित कर रहे हैं। हरियाणा सरकार द्वारा दीन दयाल उपाध्याय अंत्योदय परिवार सुरक्षा योजना ( दयालु )की शुरूआत की है, जिसके अंतर्गत 1 लाख 80 हजार रुपये से कम आय वाले व्यक्ति की यदि किसी दुर्घटना या प्राकृतिक रूप से मृत्यु होती है तो फैमिली इन्फोरमेशन डाटा रिपोजिट्री यानि एफआईडीआर आधार पर उनके परिजनों को 5 से 12 वर्ष की आयु तक 1 लाख रुपये, 12 वर्ष से 18 वर्ष की आयु तक 2 लाख रुपये, 18 वर्ष से 25 वर्ष की आयु तक 3 लाख रुपये, 25 वर्ष से 40 वर्ष की आयु तक 5 लाख रुपये, 40 वर्ष से 60 वर्ष की आयु तक 2 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाएगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश में ऑनलाईन व्यवस्था शुरू की है, जिससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है। अब दिव्यांग व्यक्तियों को अपनी पैंशन के लिए परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। अब अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सैंटर पर जाकर अपना परिवार पहचान पत्र और यूडीआईडी कार्ड को जुड़वाना होगा, जिससे पैंशन ऑटोमैटिक मॉड से शुरू हो जाएगी। जिला कैथल में 8 हजार 776 दिव्यांग लोगों को पैंशन दी जा रही है। स्कूल में जाने वाले दिव्यांग बच्चों को 18 वर्ष आयु वर्ग तक 2150 रुपये की राशि प्रदान की जाती है। दिव्यांग व्यक्ति एचएसएससी तथा एचपीएससी में फार्म एप्लाई करना फ्री है। दिव्यांग व्यक्तियों के लिए लिखने के लिए लेखक बैंक बनाया गया है, उन्हें सैंटरों पर ही पेपर के दौरान लिखने की सुविधा के लिए लेखक दिया जाएगा। दिव्यांग मित्र हरियाणा पोर्टल बनाया गया है, जिस पर कोई भी दिव्यांग व्यक्ति अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है। दिव्यांग व्यक्तियों को यदि कोर्ट में कोई केस के लिए वकील की मदद लेनी है तो वह भी फ्री में मिलेगी। सरकारी स्थानों पर दिव्यांगों की सुविधा के लिए रैंप बनवाने के आदेश पहले से ही जारी है, यदि कोई इसकी उल्लंघना पाए जाने पर कार्रवाई अमल में लाई जाती है। इस दौरान राज्य आयुक्त ने एजुकेटर व विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक भी ली।
ये रहे उपस्थित
इस मौके पर स्वामी राजगिरि, स्वामी रमनपुरी, स्वामी रजनीश पुरी , संस्था संचालक सुरेश शर्मा, शिव शंकर पाहवा, डीएसडब्ल्यूओ कुलदीप शर्मा, सरदार जरनैल सिंह, दिनेश अरोड़ा, उमेश खन्ना, डॉ. बीरबल दलाल, अनिल छाबड़ा, खेम सिंह, राजेश, सीमा, शिवानी शर्मा, रामदिया, डॉ. नवीन बंसल, नरेंद्र गुप्ता, निर्मल सिंह, बलवान गुहणा, अजय कुमार, सुरेंद्र, पाला राम नौच, बलदेव कुंडु तितरम, निशांत शर्मा, अमतेंद्र आदि मौजूद रहे।
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