भारतीय क्रिकेट टीम अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) पहले एडिसन में दो साल तक अंकतालिका में अपना दबदबा बनाए रखी हुई थी। लेकिन फाइनल में जाकर टीम इंडिया खिताब जीतने से चूक गई, जहां उसे न्यूजीलैंड के हाथों आठ विकेट से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि भारतीय टीम डब्ल्यूटीसी के पहले एडिसन को भूलकर अब दूसरे एडिशन पर ध्यान लगाना चाहेगी। आईसीसी ने डब्ल्यूटीसी के दूसरे एडिशन का कार्यक्रम जारी कर दिया है, जो कि जुलाई 2021 से 2023 तक खेला जाना है। भारत के फ़्यूचर टूर प्रोग्राम 2021-23 के मुताबिक, डब्ल्यूटीसी के दूसरे एडिशन में भारतीय टीम छह टेस्ट सीरीज खेलेगी। इसमें से तीन सीरीज वह अपने घर में खेलेगी।
भारतीय टीम चार अगस्त से इंग्लैंड दौरे पर होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से डब्ल्यूटीसी के दूसरे एडिशन की शुरूआत करेगी। इंग्लैंड सीरीज के बाद वह नवंबर में दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए न्यूजीलैंड की मेजबानी करेगी, जहां उसके पास डब्ल्यूटीसी फाइनल में मिली हार हिसाब बराबर करने का मौका होगा। न्यूजीलैंड की मेजबानी करने के बाद टीम इंडिया तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए दक्षिण अफ्रीका टूर पर जाएगी, जो कि दिसंबर 2021 से जनवरी 2022 तक खेली जाएगी। इसके बाद वह 2022 की शुरूआत में ही तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए श्रीलंका की मेजबानी करेगी। डब्ल्यूटीसी के दूसरे एडिशन में भारतीय टीम की घर में यह दूसरी सीरीज होगी। भारतीय टीम तीसरी घरेलू सीरीज आस्ट्रेलिया के साथ खेलेगी। दोनों टीमें चार मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में आमने-सामने होंगी। भारत ने आस्ट्रेलिया में आयोजित पिछली दोनों बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती है। टीम इंडिया को इसके बाद दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए बांग्लादेश का दौरा करने का कार्यक्रम है।