Sawan Somvar 2024: जानें पूजन विधि, उपाय और क्‍या है शुभ मुहूर्त

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Sawan Somvar 2024: जानें पूजन विधि, उपाय और क्‍या है शुभ मुहूर्त
Sawan Somvar 2024: जानें पूजन विधि, उपाय और क्‍या है शुभ मुहूर्त

नई दिल्‍ली, Sawan Somvar 2024: 22 जुलाई, सोमवार से सावन महीने (Sawan 2024) की शुरुआत होने जा रही है. सावन का महीना (Sawan 2024 puja vidhi) भगवान शिव का प्रिय महीना है. सावन के महीने में श्रद्धालु भगवान शिव (Sawan 2024 shubh muhurat) और मां पार्वती की पूजा – अर्चना करते हैं और उनका आशीर्वाद पाने के लिए व्रत भी रखते हैं.

ऐसी मान्यता है कि सावन के महीने (Sawan Maas 2024 Puja Vidhi) व्रत रखकर सच्चे दिल से यदि भगवान भोलेनाथ से मनचाहे वर का वरदान मांग सकते हैं. शिव जी की आराधना करने से वैवाहिक जीवन में चल रही सभी दिक्कतें दूर हो जाती हैं और इसी के साथ ही धन-धान्य में वृद्धि भी होती है.

ऐसा कहा जा रहा है कि इस साल का सावन बेहद खास होने वाला है. सावन के महीने में पूजा अर्चना के दौरान पंचामृत, गुड़, भूना चना, बेल पत्र, धतूरा, दूध, चावल और चंदन चढ़ाकर भोलेनाथ को भक्त खुश करने में लग जाते हैं. तो आइए जानते हैं सावन के पहले सोमवार का शुभ मुहूर्त, इतिहास, महत्व, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और बहुत कुछ:

सावन 2024 की शुरुआत 

पंचांग के अनुसार, इस साल सावन का महीना कल यानी 22 जुलाई से शुरू होने जा रहे हैं, जो 19 अगस्त को समाप्त होगा। इसका मतलब है कि सावन 29 दिनों तक मनाया जाएगा, जिसके दौरान पांच सोमवार होंगे। इस साल सावन के 5 सोमवार होंगे और भक्त इन दिनों व्रत रख सकते हैं:

श्रावण कैलेंडर 22 जुलाई, 2024

सावन आरंभ (पहला श्रावण सोमवार व्रत) 29 जुलाई, 2024
दूसरा श्रावण सोमवार व्रत 5 अगस्त, 2024
तीसरा श्रावण सोमवार व्रत 12 अगस्त, 2024
चौथा श्रावण सोमवार व्रत 19 अगस्त, 2024

क्या करें और क्या ना करें

ऐसी मान्यता है कि सावन महीने में दान का बड़ा ही ज्यादा महत्व माना जाता है. इसके अलावा गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र, और धन का दान करना चाहिए और भोलेबाबा की कृपा बनी रहती है. इस महीने में घरों या मंदिरों में भजन कीर्तन करना चाहिए. इससे आपको आत्मशांति मिलती है.

सावन 2024 पूजा विधि और सामग्री

सावन पूर्णिमा के दौरान भक्तों को भगवान शिव, मां पार्वती, चंद्र देव, श्री हरि विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा – अर्चना करनी चाहिए। सावन महीने के दौरान लोग अपने घरों में भी सत्यनारायण पूजा कर सकते हैं। इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और पूजा सामग्री जैसे बेलपत्र, धूप, दीप, शुद्ध जल, फूल, मिठाई, फल आदि खरीदकर लाये.

इसके बाद भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें और उन्हें बेलपत्र, फूल और फल चढ़ाएं. इसके साथ ही धूपबत्ती और दीया जलाएं। इसके बाद देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा करें और फूल, कौड़ी और पीले फल चढ़ाएं.