Savitri Bai Phule Jayanti : सावित्रीबाई फूले दलित व पिछड़ा वर्ग की महिलाओं की मसीहा : सूरत सिंह बावरिया

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Savitri Bai Phule Jayanti
  • महात्मा ज्योतिबा फुले जन कल्याण समिति द्वारा सावित्री बाई फुले जयंती पर शिक्षिकाएं सम्मानित
Aaj Samaj (आज समाज),Savitri Bai Phule Jayantiपानीपत : सावित्रीबाई फुले इस देश की दलित व पिछड़ा वर्ग की महिलाओं की मसीहा थी। सावित्रीबाई फुले भारत की पहली महिला शिक्षिका थी। ये शब्द महात्मा ज्योतिबा फुले जन कल्याण समिति के तत्वावधान में जाटल रोड़ स्थित आर एस पब्लिक स्कूल में सावित्री बाई फुले जयंती समारोह में कर्मचारी भविष्य निधि के सेवानिवृत अधिकारी सूरत सिंह बवलिया ने कहे। उन्होंने कहा कि सावित्रीबाई ने अपने जीवन को एक मिशन की तरह से जीया जिसका उद्देश्य था विधवा विवाह करवाना, छुआछूत मिटाना, महिलाओं की मुक्ति और दलित महिलाओं को शिक्षित बनाना। वे एक कवियत्री भी थीं उन्हें मराठी की आदि कवियत्री के रूप में भी जाना जाता था।

स्कूल जाती थीं, तो विरोधी लोग उनपर पत्थर मारते थे

समिति के सचिव दलबीर आर्य ने अपने संबोधन में सावित्री बाई फुले के जीवन बारे बताते हुए कहा कि जब वे स्कूल जाती थीं, तो विरोधी लोग उनपर पत्थर मारते थे। उन पर गंदगी फेंक देते थे। आज से 191 साल पहले बालिकाओं के लिये जब स्कूल खोलना पाप का काम माना जाता था तब ऐसा होता था। उन्होंने कहा कि सावित्रीबाई पूरे देश की महानायिका हैं। हर बिरादरी और धर्म के लिये उन्होंने काम किया। जब सावित्रीबाई कन्याओं को पढ़ाने के लिए जाती थीं तो रास्ते में लोग उन पर गंदगी, कीचड़, गोबर, विष्ठा तक फेंका करते थे। सावित्रीबाई एक साड़ी अपने थैले में लेकर चलती थीं और स्कूल पहुँच कर गंदी कर दी गई साड़ी बदल लेती थीं। सावित्री बाई अपने पथ पर चलते रहने की प्रेरणा बहुत अच्छे से देती हैं।

विपरीत परिस्थितियों में भी उन्होंने अपने मिशन को नहीं छोड़ा

स्कूल के चेयरमैन वीरेंद्र सैनी ने अपने संबोधन में कहा कि आज के शिक्षकों को सावित्री बाई फुले से प्रेरणा लेनी चाहिए कि कैसे बिल्कुल विपरीत परिस्थितियों में भी उन्होंने अपने मिशन को नहीं छोड़ा। दलित एवं पिछड़ी महिलाओं का शिक्षा के माध्यम से उद्धार करना ही उनका मिशन था और वे जानती थी कि जब तक महिलाएं शिक्षित नहीं होंगी तब तक उनके जीवन में परिवर्तन नहीं आ सकता और वे शोषण का शिकार होती रहेंगी। कार्यक्रम में विद्यालय की सभी शिक्षिकाओं को महात्मा ज्योतिबा फुले जन कल्याण समिति द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर समिति प्रधान सतबीर सैनी, सीए गोविंद सैनी, वीरेंद्र सैनी, सतीश सैनी, रामगोपाल, रोशन, दलबीर आर्य, विद्यालय के शिक्षक, शिक्षिकाएँ और छात्र उपस्थित रहे। सेक्टर 25 स्थित निर्मला देश पांडे स्कूल में भी जयंती पर कार्यक्रम किया गया। जिसमे महात्मा ज्योतिबा फुले जन कल्याण समिति के सचिव दलबीर आर्य ने छत्तों को सावित्री बाई फुले के जीवन बारे बताया।