इशिका ठाकुर, करनाल,22मार्च:
करनाल के उपायुक्त अनीश यादव ने बुधवार को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत जिला टास्क फोर्स की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले के सभी 106 डिलीवरी सेंटरों व 45 रजिस्टर्ड एमटीपी सेंटरों की निरंतर जांच की जाए। जिन भी अस्पतालों व एमटीपी सेंटरों पर अनियमितता मिलती है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसके साथ-साथ अवैध रूप से गर्भपात करने वालों के खिलाफ भी निरंतर छापेमारी अभियान चले।
लिंगानुपात में सुधार करना प्राथमिक उद्देश्य
उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि आंगनवाड़ी व आशा वर्कर गर्भवती महिलाओं के डाटा को समय पर दर्ज करे। किसी भी गर्भवती महिला का रजिस्ट्रेशन न छूटे। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम जिले में बच्चों की डिलीवरी व रजिस्टर्ड एमटीपी सेंटरों पर हो रही एमटीपी के डाटा की गहराई से जांच करे। इस डाटा की निरंतर मॉनिटरिंग की जाए। कहीं गड़बड़ी हो रही है तो उस पर तत्काल कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि जिले के लिंगानुपात में सुधार करना उनका प्राथमिक उद्देश्य है। इसके लिए टास्क फोर्स मिलकर प्रयास करे।
अवैध रूप से गर्भपात की दवाई बेचने वालों पर भी हो कार्रवाई
उपायुक्त अनीश यादव ने कहा कि अवैध रूप से गर्भपात की दवाई और एमटीपी किट बेचने वालों पर निरंतर कार्रवाई की जाए। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ऐसे मेडिकल स्टोर संचालकों पर छापेमारी करे। उन्होंने कहा कि मेडिकल स्टोर पर नजर रखे, इसके अतिरिक्त गुप्त सूचना के आधार पर भी तत्काल कार्रवाई करे।
इस बैठक में अन्य अधिकारी मौजूद रहे
इस बैठक में सिविल सर्जन डा. योगेश कुमार शर्मा, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. सतपाल, जिला कार्यक्रम अधिकारी राजबाला, सीनियर ड्रग आफिसर गुरचरण सिंह, डा. शीनू चौधरी व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
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