Aaj Samaj (आज समाज),Savan Shivratri 2023, पानीपत : शिवरात्रि पर्व इस बार 15 जुलाई शनिवार को होगा और इस दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सबसे अच्छा दिन माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि शिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ शिवलिंग रुप में प्रकट होते हैं। शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त मध्य रात्रि को माना गया है। इस दिन भगवान शिव की कृपा पाने के लिए शिवलिंग पर जल और ऊं नम:शिवाय मंत्र का जप करना शुभ होता है। उक्त जानकारी प्रथम गांव के ज्योतिषाचार्य व प्रखंड विद्वान पंडित संदीप शास्त्री ने देते हुए कहा कि इस दिन शिव की पूजा करने से भगवान शिवजी की विशेष कृ पा होती है। उन्होने बताया कि सावन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 15 जुलाई को रात 08.32 मिनट से 16 जुलाई 2023 को रात 10.08 मिनट तक रहेगी. शिवरात्रि में शिव पूजा निशिता काल मुहूर्त में की जाती है। इस दिन रात को जागरण करना चाहिए। क्योकि शिवरात्रि को जाग कर भगवान का नाम लेने से अधिक फल मिलता है।
- कालसर्प दोष मुक्ति के लिए करें विशेष पूजा, शिव को सबसे प्रिय है धतूरा, पूजा में शामिल करे फूल
कालसर्प दोष से मुक्ति शिवरात्रि पर करें विशेष पुजा
जलालपुर प्रथम गांव के ज्योतिषाचार्य व प्रखंड विद्वान पंडित संदीप शास्त्री ने बताया कि इस बार शिवरात्रि 15 जुलाई को है। भगवान शिव के मंदिरों में भक्त सुबह से लाइन लगाकर खड़े हो जाते हैं। इस दिन शिवलिंग पर भगवान शिव को प्रिय चीजें चढ़ाते हैं। इसके अलावा कुंवारी कन्याएं अच्छा पति पाने के लिए इस दिन विशेष पूजा अर्चना करती हैं। यही नहीं इस दिन कालसर्पयोग से मुक्ति के लिए भी विशेष उपाय किए जाते हैं। कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए इस दिन विशेष पूजा अर्चना की जाती है। इस दिन कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए सुबह शिव मंदिर में जाएं और भगवान शिव को धतूरा चढ़ाएं। इसके बाद ओम नम: शिवाय का जाप करें। यह भी कहा जाता है कि इस दिन नाग-नागिन के जोड़े को शिवलिंग पर अर्पित करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है। अगर किसी तरह की शारीरिक परेशानी है तो किसी योज्य पंडित से महामृत्युंजय मंत्र का जाप करवाना चाहिए। इससे शारीरिक परेशानी समाप्त हो जाती है। इसके अलावा अगर घर में अशांति रहती है तो पंचमुखी रुद्राक्ष की माला लेकर ओम नम: शिवाय का जाप करें।
शिवरात्री पर शिव को धतूरे का फूल करें अर्पित
धतूरे का फूल भोले शिव को अर्पित करने से मनचाहा वरदान मिलता है। भगवान शिव को धतूरा अत्यंत प्रिय है इसलिए भगवान शिव की पूजा में धतूरा जरूर शामिल करना चाहिए। धतूरे के साथ धतूरे का फूल भी भगवान शिव को अर्पित करना अच्छा होता है। शिवरात्रि पर शिवलिंग पर दूध या गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक करना बहुत उत्तम होता है। इसके साथ चंदन, बेलपत्र,आख्या के फूल,भांग,पंचामृत चढ़ाने से अलग-अलग मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
शिवरात्रि पर बनेंगे दो योग
इस बार सावन शिवरात्रि पर दो शुभ योग वृद्धि और ध्रुव योग बने हैं. वृद्धि योग सुबह 08 बजकर 22 मिनट तक है. इस योग में पूजा पाठ करने से पुण्य फल में वृद्धि होती है. इसके बाद से ध्रुव योग प्रारंभ होगा. जो पूरे रात रहेगा. सावन शिवरात्रि के दिन मृगशिरा नक्षत्र है. यह सुबह से लेकर रात 12:23 बजे तक है।
शिवरात्री पर ये करे उपायं होगा लाभ
विवाह के लिए- यदि विवाह में अड़चन आ रही है तो शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर केसर मिला कर दूध चढ़ाएं।
धन प्राप्ति के लिए- मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं। इस दौरान भगवान शिव का ध्यान करते रहें।
मनोकामना पूर्ति के लिए- शिवरात्रि पर 21 बिल्वपत्रों पर चंदन से ओम:नमः शिवाय लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं।
सुख समृद्धि के लिए- शिवरात्रि पर बैल को हरा चारा खिलाएं। इससे जीवन में सुख-समृद्धि आएगी और परेशानियों का अंत होगा।
पितरों की शांति के लिए- शिवरात्रि पर गरीबों को भोजन कराएं, इससे आपके घर में कभी अन्न की कमी नहीं होगी। साथ ही पितरों की आत्मा को शांति मिलेगी।
मन की शांति के लिए- पानी में काला तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें व ओम:नमशिवाय मंत्र का जप करें। इससे मन को शांति मिलेगी।
आमदनी बढ़ाने के लिए– शिवरात्रि पर घर में पारे के शिवलिंग की योग्य ब्राह्मण से सलाह कर स्थापना कर प्रतिदिन पूजा करें। इससे आपकी आमदनी बढ़ाने के योग बनते हैं।
संतान प्राप्ति के लिए- शिवरात्रि के दिन आटे से 11 शिवलिंग बनाएं। 11 बार इनका दुधाभिषेक या जलाभिषेक करें। इस उपाय से संतान प्राप्ति के योग बनते हैं।
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