Aaj Samaj (आज समाज), Saudi Arab On Kashmir Issue, रियाद: अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अक्सर कश्मीर मुद्दे को उछालने की कोशिश में रहने वाले पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को सऊदी अरब से इंटरनेशनल फोरम पर ही तगड़ा झटका लगा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सऊदी अरब के प्रधानमंत्री प्रिंस मोहम्मद सलमान के बीच मक्का के अल-सफा पैलेस में सात अप्रैल को हुई बैठक के बाद जारी किए गए बयान में कहा गया है कि सऊदी पीएम मोहम्मद बिन सलमान ने कश्मीर मुद्दे को भारत और पाकिस्तान का द्विपक्षीय बताया है।
शहबाज शरीफ के सामने पेश किया गया सऊदी का पक्ष
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के सामने सऊदी सरकार का यह पक्ष पेश किया गया। बता दें कि नई सरकार बनाने के बाद पाकिस्तानी के पीएम शहबाज सऊदी अरब की यात्रा पर पहुंचे हैं। सऊदी अरब के संबंध भारत और पाकिस्तान दोनों के साथ अच्छे रहे हैं। हमेशा से सऊदी अरब जम्मू-कश्मीर पर संतुलित रुख अपनाए हुए है। 2021 में भी दोनों के संयुक्त बयान में यही कहा गया था।
कश्मीर मुद्दे को लेकर हमेशा साफ रहा है भारत का रुख
गौरतलब है कि कश्मीर मुद्दे को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का रुख हमेशा साफ रहा है। भारत की स्थिति यही रही है कि कश्मीर का मसला दोनों देशों के बीच एक द्विपक्षीय मुद्दा है। भारत का कहना है कि कश्मीर मुद्दे पर किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता या दखलंदाजी का सवाल ही नहीं उठता। जबकि इसके विपरीत पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कई बार कश्मीर का मुद्दा उठा चुका है।
370 निरस्त की तो अमेरिका से बातचीत शुरू करने की बात कही थी
भारत ने पांच अगस्त, 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त किया था। उस समय पाकिस्तान ने अमेरिका से कश्मीर मुद्दे के शांतिपूर्ण हल निकालने के लिए बातचीत शुरू करने की बात कही थी। तब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति ने कश्मीर मुद्दे पर दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की पेशकश भी की थी। हालांकि, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि कश्मीर का मुद्दा दिपक्षीय है और उस पर किसी भी तरह की चर्चा की जरूरत हुई, तो केवल पाकिस्तान से बात की जाएगी। भारत ने पाकिस्तान से बार-बार कहा है कि जम्मू-कश्मीर भारत का था, है और रहेगा।
यह भी पढ़ें: