इशिका ठाकुर, करनाल: हरियाणा में सरपंच ई टेंडरिंग के विरोध करने पर उतर आए हैं। प्रदेशभर में जहां सरकार की नीतियों के विरुद्ध सरपंच धरना दे रहे वहीं ग्रामीण जन प्रतिनिधियों का आंदोलन जोर पकड़ने लगा है। करनाल के अनेक जगहों पर में बीडीपीओ कार्यालयों पर ताले लगाने का प्रयास करते हुए सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की।
सैकड़ों की संख्या में इक्कठा होकर ताला लगाने पहुंचे सरपंच
करनाल के चिड़ाव ब्लॉक के सरपंच चिड़ाव मोड़ स्थित बीड़ीपीओ कार्यालय में सैकड़ों की संख्या में इक्कठा होकर ताला लगाने पहुंचे तो तत्काल पुलिस मौके पर पहुंच गई और सरपंचों को ताला लगाने से रोक दिया। इसके चलते सभी सरपंच कार्यालय के बाहर बैठकर टेंट लगाकर धरना शुरू कर दिया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
धरने पर बैठे सरपंचों का कहना है कि ई-टेंडरिंग के माध्यम से सरकार पंचायती राज को खत्म करना चाहती है। सरपंच चंद्रभान ने कहा कि सरकार की इ टेंडरिंग की नीति सरपंचों के खिलाफ है, जिसका वह विरोध कर रहे हैं। वही सरपंचों के लिए जो 2 लाख तक का बजट लगाने का फैसला किया गया है उसका भी वह विरोध करते हैं। सरपंच का यह भी कहना है कि उनको 20 लाख से लेकर 25 लाख रुपए तक लगाने की अनुमति दी जाए। ताकि वह अपने गांव में अच्छे से विकास करवा सके और इसीलिए आज बीडीपीओ कार्यालय में ताला लगाने के लिए आए थे। लेकिन पुलिस प्रशासन के द्वारा उनको रोक दिया गया जिसके बाद उन्होंने बाहर बैठकर ही धरना देना शुरू कर दिया। उनका कहना है पूरे हरियाणा की सरपंच कमेटी का जो भी फैसला होगा उस आधार पर ही सभी सरपंच आगे आंदोलन को तेज करेंगे ।
सरपंचों का धरना प्रदर्शन अनिश्चित काल के लिए जारी
आक्रोशित सरंपचों का कहना है कि 2 लाख की राशि से गांव की कोई भी मांग पूरी नहीं हो सकती है। ऐसे में ग्रामीणों ने जिस उम्मीद से उन्हें सरपंच पद के लिए चुना है, वह खत्म हो गई है। ऐसे हालात में वे ग्रामीणों की मांगों पर कभी भी खरा नहीं उतर पाएंगे उनकी सरकार से मांग है कि जल्द से जल्द उनकी मुख्य मांगों को पूरा किया जाए अन्यथा सरपंचों का धरना प्रदर्शन अनिश्चित काल के लिए जारी रहेगा।
वही चिड़ाव थाना प्रभारी ने कहा कि जैसे ही हमें सूचना मिली हम मौके पर पहुंचे। हमने सरपंचों को बीडीपीओ कार्यालय में ताला लगाने से रोक दिया है। क्योंकि इससे काम प्रभावित होता है। हम सरपंचों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि काम अवरुद्ध करने का प्रयास ना करें। अगर कोई भी सरपंच या कोई अन्य ताला लगाने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
सरपंचों ने जमकर नारेबाजी की वहीं सरपंचों ने सरकार को सीधे सीधे दो दो हाथ करने की कड़ी चेतावनी दी, बीते दिन शुरू हुआ ग्रामीण जन प्रतिनिधियों का आंदोलन गांव की चौपाल और चौक चौराहों ताक पंहुचने लगा है, आंदोलन तुल पकड़ रहा वहीं सरकार का इस पर क्या रुख होगा इसको लेकर असमंजस बरकार है, सरकार के इस निर्णय के खिलाफ सरपंचों की लड़ाई कब तक जारी रहेगी, क्या सरकार इस फैसले को पलटेगी ये बड़े सवाल हैं।
ये भी पढ़ें : मोटरसाइकिल चोरी के एक आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार
ये भी पढ़ें :सुनेहरा राम ट्राईसाईकिल प्राप्त करके हुए भावुक
ये भी पढ़ें :डॉक्टर की ट्रेनिंग कर रहे युवक ने व्हाट्सएप ग्रुप में किया मैसेज, भाई मुझे माफ़ कर दो ,और कर ली आत्महत्या