ई टेंडरिंग के विरोध में प्रदेश भर के सरपंच 28 जनवरी को करेंगे शक्ति प्रदर्शन

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Sarpanch will show power on January 28
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इशिका ठाकुर,करनाल:
ई टेंडरिंग व गांव में विकास कार्य करने के लिए ₹200000 की लिमिट के विरोध में हरियाणा के सरपंच पिछले काफी समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसके चलते हरियाणा के सभी ब्लॉकों में सरपंचो के द्वारा बीडीपीओ कार्यालय में ताला लगाकर उसके बाद प्रदर्शन किया जा रहा है।

29 जनवरी को करेंगे चक्का जाम

आज करनाल में हरियाणा के सरपंचों की 25 सदस्य कमेटी करनाल में पहुंची जहां पर उन्होंने मीटिंग करके एक पत्रकार वार्ता की । जहां पर उन्होंने बताया कि जब तक सरकार उनकी बात नहीं मानते तब तक वह अपनी मांगों के लिए लगातार प्रदर्शन करते रहेंगे। इस मीटिंग में फैसला लिया गया है कि रोहतक के जसिया में 28 जनवरी को शक्ति प्रदर्शन होगा जिसमें बड़ा कार्यक्रम करके प्रदेश भर के सरपंच पहुंचेंगे और सरकार के खिलाफ हुंकार भरेंगे और सरपंचों का यह शक्ति प्रदर्शन भी रहेगा क्योंकि कुछ लोग कहते हैं कि यह कुछ सरपंच है जो विरोध कर रहे हैं ऐसे में हम इस शक्ति प्रदर्शन के जरिए दिखाना चाहते हैं कि पूरे हरियाणा के सरपंच एक साथ हैं ।

सरपंच एसोसिएशन के राज्य प्रधान रणबीर समेन

ने कहा कि 28 जनवरी को रोहतक के जसिया में शक्ति प्रदर्शन किया जायेगा जिसमें प्रदेश भर के सरपंच पहुंचेंगे और सरकार के खिलाफ हुंकार भरेंगे और 29 जनवरी को हरियाणा के सभी ब्लॉकों में सरपंचों के द्वारा गृह मंत्री अमित शाह का पुतला फूंका जाएगा। क्योंकि उस दिन ही हरियाणा के गोहाना में गृहमंत्री अमित शाह की रैली रखी गई हैं। और अमित शाह का पुतला फूंकने के बाद हरियाणा के सरपंचों के द्वारा उनके आसपास के रोड जाम कर के चक्का जाम किया जाएगा।

Sarpanch will show power on January 28
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सरपंचों ने कहा कि आज हमारी 25 सदस्य कमेटी के द्वारा यह निर्णय लिया गया है तो प्रदेश की सरपंचों की कमेटी है । उन्होंने कहा कि ई टेंडरिंग का विरोध में शुरू से कर रहे हैं लेकिन सरकार इस को खारिज नहीं कर रही। क्योंकि इस ई टेंडरिंग में जो ठेकेदार होंगे वह सब सरकार और अधिकारियों के नुमाइंदे होंगे जो ठेका देकर अपने आदमियों को सेट करने का काम करेंगे । जिसका हम विरोध कर रहे हैं। वहीं उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने गांव के विकास कार्य करवाने के लिए ₹200000 की लिमिट रखी गई है जिस को बढ़ाकर 20 से 30 लाख तक किया जाए । ताकि उनके गांव में विकास कार्य हो सके।

सरकार के खिलाफ आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेंगेसरपंच

सरकार की इस नई नीति के चलते गांव के विकास कार्य रुके हुए पड़े हैं। और सरकार नहीं चाहती कि गांव में विकास हो जिसके चलते उन्होंने यह नई पॉलिसी बनाई है । उन्होंने कहा कि हम जो प्रदर्शन कर रहे हैं वह केवल सरपंच नहीं है वह हरियाणा के गांव में रहने वाले सभी ग्रामीणों की आवाज है । इसलिए सरकार जब तक हमारी बात नहीं मानती तब तक हम अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे। अगर फिर भी सरकार नहीं मानते तो आने वाले समय में सरकार के खिलाफ आंदोलन करने से पीछे सरपंच नहीं हटेंगे।

इस बैठक में 25 सदस्य कमेटी के 5 सदस्यसरपंच एसोसिएशन के राज्य प्रधान रणबीर समेन ,संतोष बेनीवाल उप प्रधान, इशम जर्नल सेक्ट्ररी,विकास खत्री चंद्र मोहन, चुन्नीलाल , रफीक ने भाग लिया।

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