Aaj Samaj (आज समाज),Sarpanch Association Panipat,पानीपत : गढ़ी बेसिक गांव में सफाई कर्मियों को हटाने व बी.डी.पी.ओ. कार्यालय सनौली खुर्द में शुक्रवार को हुए हंगामे को लेकर खंड के सरपंचों की होटल जय फूडस में बैठक बैठक आयोजित हुई। जिसमें खंड के विभिन्न गांवों के सरपंचों सहित गणमान्य लोगों ने भाग लिया। जिसकी अध्यक्षता सरपंच एसोसिएशन के ब्लांक प्रधान टिंकू कुराड ने की। इस दौरान गढी बेसिक गांव के सरपंच रफाकत हसन ने सरपंचों के सामने कहा कि उनके गांव में सफाईकर्मी सफाई करने की बजाए मनमर्जी करते है और गांव में गंदगी के ढेर लगे हुए है। जिस कारण उन्होने सफाई कर्मियों को कई बार बुलाया और गांव में सफाई करने की बात कही लेकिन वो नही मानें तो उन्होंने विभागीय नियमानुसार कार्यवाही करते हुए पंचायत का प्रस्ताव पास कर आगामी कार्यवाही के लिए बीडीपीओ कार्यालय में भेजा था लेकिन सफाई कर्मियों को ब्लॉक समिति चेयरमैन पति सुनील फौर ने भड़काने का काम किया। जिसको वो बर्दाशत नही करेगें।
चेयरमैन पति सरपंचों के काम में ना करे दखलंदाजी, वरना छुड़वा देंगे चेयरमैन : देशवाल
गढ़ी बेसिक गांव में सफाई कर्मियों को हटाने के मामले ने पकडा तूल, सरपंचों ने एकता दिखाने का किया प्रयास
सोमवार को बी.डी.पी.ओ. व चेयरमैन को बिठाकर समझौते का करेंगे प्रयास, जो नही मानेगें उसके खिलाफ खोलेंगे मोर्चा
बी.डी.पी.ओ.के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करना गलत
सरपंचों ने आपसी विचार विमर्श कर सहमति बनाते हुए कहा कि बी.डी.पी.ओ.के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करना गलत है, जबकि बी.डी.पी.ओ. अधिकारी है। बी.डी.पी.ओ. द्वारा पुलिस में शिकायत दी गई। बी.डी.पी.ओ. कार्यालय में चल रहे इस प्रकार के हंगामे से कार्यालय में अशांति है और खंड की बदनामी होती है। टिंकू देशवाल ने कहा कि सोमवार को बी.डी.पी.ओ. रितु लाठर और ब्लॉक समिति चेयरमैन दीपा फोर व उसके पति सुनील फौर को खंड कार्यालय में बुलाकर दोनो की बाते सुनी जाएगी और जिसकी गलती होगी उसे माफी मांगनी होगी ताकि खंड के अंतर्गत आने वाली पंचायतों के विकास कार्य सुचारू रूप से चल सकें। सरपंचों ने गढी बेसिक गांव में सरपंच रफाकत हसन को कहा कि अगर सफाई कर्मी गांव में काम नही करते है तो ग्राम पंचायत उन्हे हटा सकती है और खंड के सभी सरपंच उनके साथ है, लेकिन पार्टी बाजी के चलते अगर सफाई कर्मियों को हटाया जा रहा है तो ये गलत है। इस पर सभी मीटिंग में मौजूद सभी सरपंचों ने सहमति जताई। इस मौके पर सरपंच संजू त्यागी सनौली खुर्द, सरपंच राजेन्द्र छाजपुर कलां, दलबीर रंगा अधमी, हरविन्द्र फौर, खुर्शीद, सलीम, सुशील, महेश त्यागी, प्रदीप कश्यप, रफाकत हसन आदि अनेक गांवों के सरपंच व गणमान्य लोग मौजूद थे।
चेयरमैन पति सरपंचों के काम में ना करे दखलंदाजी, वरना छुडवादेगे चेयरमैनी : टिंकू
सरपंच एसोसिएशन के प्रधान टिंकू देशवाल ने कहा कि ब्लांक समिति चैयरमेन दीपा फौर पति सुनील फौर अपने आप को सर्वेसर्वा ना समझे और ग्राम पंचायतों के कार्यो में टांग अड़ाने का प्रयास ना करें, अगर वो अपनी हरकतों से बाज नही आया तो वक्त बदलते देर नही लगती,खंड के सभी सरपंच उसके खिलाफ मोर्चा खोल देगें और इतना ही नही बल्कि मौके पर मौजूद सरपंचों ने कहा कि सरपंच गांव का प्रतिनिधि है,लेकिन सुनील फौर सरपंच को अनदेखा करने का प्रयास कर रहा है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो खंड के सभी सरपंच एक साथ मिलकर उसके खिलाफ मोर्चा खोल देगें। अगर इस दौरान कोई उसका साथ देखा तो वो उसके खिलाफ भी एकजुट होकर लड़ाई लडेगें। देशवाल ने कहा कि अगर सरपंचों के कार्यों में दखलंदाजी बंद नहीं की तो वो चेयरमैनी को छुड़वाना भी जानते है और छुड़वा कर ही दम लेगें।
ग्राम पंचायत के अंतर्गत जो कर्मचारी काम नहीं करेगा, पंचायत को उसे हटाने का पूरा अधिकार : सरपंच
मीटिंग में मौजूद सरपंचों ने गांव में लगे सफाई कर्मचारियों, टंकी आपरेटरों, चौकीदारों पर जमकर भड़ास निकालते हुए कहा कि अगर इनमें से कोई भी कर्मचारी सरपंच की अंदेखी करता है और गांव में कार्य करने की बजाए पार्टीबाजी को बढावा देता है तो ग्राम पंचायत को उसे हटाने का पूरा अधिकार है। क्योकि सरकार उन्हे काम करने के पैसे देती है, जबकि वों नौकरी मिलने के बाद सरपंच की अनदेखी करते है, लेकिन अब वो सहन नही करेगेें।
सरपंचों की अनदेखी करने वाले के खिलाफ खोलेंगे मोर्चा-सरपंच एसोसिएशन
सनौली खुर्द खंड के सरपंचों की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि अगर बी.डी.पी.ओ. व चेयरमैन दोनो में से कोई भी सरपंच की अनदेखी करता है और ग्राम पंचायत को अनदेखा करने का प्रयास करता है तो वो उसको बर्दाश्त नहीं करेंगे, बल्कि वो उसके खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए मजबूर हो जाएगें।
अगर सरपंचों की सफाई कर्मी भी नहीं सुनेगा तो किस बात के जनप्रतिनिधि है : राजेन्द्र
छाजपुर कलां गांव के सरपंच ने कहा कि अगर गांव का सफाईकर्मी भी उनकी नहीं सुनेगा तो वो किस बात के जनता द्वारा चुने गए जनप्रतिनिधि है। जब वो सफाईकर्मी से कह कर गांव में सफाई भी नहीं करवा सकते है तो उनके गांव में सरपंच बनने का क्या फायदा है। सफाई कर्मियों से गांव में सफाई का काम करवाना सरपंचों का दायित्व बनता है, लेकिन वो अपने कार्य में कोताही बरतते है, जो कि सहन नहीं की जाएगी। खंड के सभी सरपंच एक जूट है।
क्या है मामला
गढ़ी बेसिक गांव के दो सफाई कर्मियों को हटाने के मामले में खंड के विभिन्न गांवों के सफाई कर्मियों की मीटिंग हुई थी। इस दौरान सफाई कर्मियों ने पूर्व विधायक रविंद्र मच्छरौली व ब्लॉक समिति चेयरमैन दीपा फोर के सामने न्याय की गुहार लगाते हुए कार्यालय के बाहर बी.डी.पी.ओ. के खिलाफ नारेबाजी की थी और सरपंच के साथ सांठगांठ कर उन्हे हटाने का आरोप लगाया था,इस दौरान सफाई कर्मियों के गेट पर खड़े होने के कारण बी.डी.पी.ओ. को कार्यालय से बाहर जाते समय गाडी को भी रास्ता नहीं मिला था। जिस कारण बी.डी.पी.ओ. रितू लाठर करीब 10 मिनट तक गाड़ी में बैठकर रास्ता मिलने का इंतजार करती रही थी। वहीं दूसरी ओर बी.डी.पी.ओ. रितू लाठर व कार्यालय के कर्मचारियों ने चेयरमैन पति सुनील फौर के खिलाफ सनौली खुर्द पुलिस को शिकायत देकर अभद्र भाषा का प्रयोग करने, दुर्व्यवहार करने, दबाव बनाने सहित अनेक आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग की थी।