Aaj Samaj (आज समाज),Sant Kirpal Singh Maharaj, पानीपत : परम संत कृपाल सिंह महाराज की पुण्य 49 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर सावन कृपाल रूहानी मिशन कृपाल आश्रम नूरवाला पानीपत में आलू पुरी का भंडारा लगाया गया। संत कृपाल सिंह महाराज 21 अगस्त 1974 को इस नश्वर देह को त्याग कर गए। देह को त्याग के 21 दिन पहले 1 अगस्त 1974 को परम संत कृपाल सिंह महाराज को हिंदुस्तान की पार्लियामेंट में प्रवचन देने के लिए आमंत्रित किया गया, जिसमें महाराज ने अपने 90 मिनट के भाषण में सभी सदस्यों को शासन में धर्म को लाने के लिए सुझाव दिए और उन्हें बताया कि मानवता का धर्म सबसे ऊपर है, क्योंकि इंसान इंसान सब एक, सब की बनावट एक जैसी है और एक ही तरह से हम इस धरती पर आते हैं।
सभी भजन सिमरन करें, निष्काम सेवा करें
उससे पूर्व विदेशी दौरे पर अमेरिका में उन्हें संदेश देने के लिए बुलाया गया, वहां पर कोई अगर अच्छा संदेश देता है तो उनसे पूछा जाता है कि आपकी फीस कितनी दी जाए तो उन्होंने चार्ज लेने से यह कहते हुए इनकार कर दिया यह रूहानियत का संदेश है। जैसे सूर्य की धूप, हवा और पानी कुदरत की तरफ से फ्री है। इसलिए यह भी संदेश फ्री है। उनकी याद में सुबह से शाम तक आलू पुरी का भंडारा लगाया गया। संत कृपाल सिंह महाराज के देह त्याग के पश्चात संत दर्शन सिंह महाराज 1974 से 1989 तक इस मिशन को आगे बढ़ाया। 1989 से सावन कृपाल रूहानी मिशन के अध्यक्ष के तौर पर परम संत राजेंद्र सिंह महाराज आज पूरे विश्व को संदेश दे रहे हैं कि आप सभी भजन सिमरन करें, निष्काम सेवा करें। आज भंडारे की सेवा में प्रधान राजा सिंह ने सभी सेवादारों का धन्यवाद किया।