आज समाज डिजिटल, Sanjay Raut Gets Bail : मुंबई की एक विशेष पीएमएलए अदालत ने आज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शिवसेना नेता संजय राउत को जमानत दे दी है। संजय राउत (Sanjay Raut) 102 दिन के बाद आज जेल से बाहर आएंगे। इससे पहले ईडी ने उन्हें 31 जुलाई को 9 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। उनके अलावा प्रवीण राउत को भी इस मामले में जमानत मिल गई थी।
अदालत ने प्रत्येक की जमानत के लिए 2 लाख का जमानत बांड भरने का भी आदेश दिया है। प्रवर्तन निदेशालय ने इस साल जुलाई में उपनगरीय गोरेगांव में पात्रा चॉल (पंक्ति मकान) के पुनर्विकास के संबंध में कथित मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में सामना के संपादक एवं राज्यसभा सदस्य राउत को गिरफ्तार किया था।
राउत की जमानत पर ईडी (ED) ने एतराज भी जताया था लेकिन अदालत ने उनके अनुरोध को खारिज कर दिया। राउत के वकील अब दिन के अंत तक उसे जेल से बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं। उम्मीद है कि संजय राउत आज शाम तक जेल से बाहर आ जाएंगे और आज की रात वे अपने घर में ही बिताएंगे।
1,039 करोड़ का पात्रा चॉल जमीन घोटाला
गौरतलब है कि संजय राउत (Sanjay Raut) पर 1,039 करोड़ के पात्रा चॉल जमीन घोटाले का आरोप है। ईडी ने उपनगरीय गोरेगांव इलाके में पात्रा चॉल के पुनर्विकास में वित्तीय अनियमितताओं में कथित भूमिका के लिए इस साल राज्य सभा सदस्य संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया था। ईडी ने कोर्ट में दावा किया था कि संजय राउत को अपराध की कमाई से 3.27 करोड़ रुपये प्राप्त हो चुके हैं। उन्हें कोर्ट की ओर से न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।
47 एकड़ जमीन, 672 किरायेदार परिवार
जानकारी के मुताबिक पात्रा चॉल के नाम से मशहूर सिद्धार्थ नगर उपनगरीय गोरेगांव में 47 एकड़ में फैला हुआ है और इसमें 672 किरायेदार परिवार हैं। महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (म्हाडा) ने 2008 में हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) की एक सहयोगी कंपनी गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड (जीएसीपीएल) को चॉल के लिए एक पुनर्विकास अनुबंध सौंपा था। जीएसीपीएल को किरायेदारों के लिए 672 फ्लैट बनाने और कुछ फ्लैट म्हाडा को देने थे। बाकी बची जमीन निजी डेवलपर्स को बेचने के लिए मुक्त थी।
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