प्रवीन दतौड़, सांपला
सिपाही भर्ती परीक्षा आंसर की मामले की आंच अब गांव इस्माइला तक पहुंच चूकी है। अब इस मामले में एक और नया नाम गांव इस्माइला निवासी अंकित का जुड़ गया है। तीन दिन के रिमांड पर लिए गए रोहतक वासी सोनू ने गांव इस्माइला वासी अंकित के नाम का रहस्योद्घाटन किया है। उसने बताया है कि आंसर की उसे अंकित ने ही उपलब्ध कराई थी। इसी के साथ पुलिस मामले की जड़ तक पहुंचने के प्रयास में जुट गई है। सोनू ने पुलिस को बताया कि अंकित से उसकी पहचान उस समय हुई थी जब वह रोहतक में कोचिंग सेंटर चलाता था। अंकित उसके सेंटर पर आता था। किन्हीं कारणों के चलते कोचिंग सेंटर बंद कर दिया गया, लेकिन अंकित से उसकी पहचान ज्यों की त्यों है। हालांकि अभी सोनू ने उससे आंसर की के बदले क्या डील की, यह अभी रहस्योद्वाटन नहीं हुआ।
लेकिन नाम सामने आते ही पुलिस के रडार पर अब अंकित भी आ गया है। उसे काबू करने के लिए छापेमारी भी शुरू कर दी गई है। पुलिस ने सोनू के अलावा उसके साथी रोहतक के ही गांव गद्दीखेड़ी वासी उन्नत को भी गिरफ्तार किया था। उन्नत को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था जबकि सोनू को तीन दिन के रिमांड पर लिया गया था। आपकों बता दे इंद्री रोड पर गांव दरड़ के समीप ग्रीनलैंड पब्लिक स्कूल में बनाए गए परीक्षा केंद्र पर पकड़े गए रोहतक के गांव टिटौली वासी अजय ने उसी के गांव वासी अभिमन्यु से सात लाख रुपये में आंसर की खरीदी थी। अभिमन्यु ने आंसर की गांव गद्दी खेड़ी जिला रोहतक वासी सचिन से चौदह लाख रुपये में खरीदी थी जबकि सचिन ने आंसर की का सौदा मूल रूप से पेंटावास चरखी दादरी के सोनू से किया था, जो फिलहाल रोहतक में रह रहा था।
सोनू पहले रोहतक में ही कोचिंग सेंटर चलाता था। गिरफ्तारी के बाद अभिमन्यु ने पुलिस पूछताछ में यह रहस्योद्वाटन किया था। इसके बाद पुलिस ने सचिन को भी गिरफ्तार कर लिया था। आंसर की मामले की सबसे पहली कड़ी के तौर पर सोनू का नाम मुख्य रूप से सामने आया था।परीक्षा में धांधली के दूसरे मामले में मुख्य आरोपित प्रवेश का आज तक भी पुलिस सुराग नहीं लगा पाई है। हालांकि उसकी तलाश में पुलिस छापेमारी करती रही है, लेकिन कामयाब नहीं हो सकी। गांव महमदपुर माजरा जिला झज्जर वासी प्रवेश रोहतक के एक थाने में सिपाही के तौर पर तैनात रहा है तो वहीं उसके पिता भी रोहतक में ही पुलिस अधिकारी हैं। पत्नी भी एक सरकारी विभाग में कार्यरत है।