Sampla Municipal नगरपालिका की सुस्ती के चलते 22 दिनों से सांपला की सफाई व्यवस्था चरमराई
- वाइस चेयरमेन का दाव एक सप्ताह में होगा समाधान
- 43 सफाई कर्मचारियों के सामने रोजर रोटी का सवाल
प्रवीन दतौड़, सांपला
Sampla Municipal : सांपला नगरपालिका के अतंर्गत आने वाले एरिया की सफाई व्यवस्था पिछले 22 दिनों से चरमराई हुई है। कारण 31 जनवरी को सफाई कंपनी का टेंडर समाप्त हो गया था। लेकिन नगरपालिका की सुस्ती के चलते नया टेंडर नहीं हो सका। जिसका खामियाजा कस्बे के सभी 15 वार्ड में रहे वाले लोग भुगत रहे हैं। कस्बे की आबादी करीब 30 हजार है,तो वहीं वोटर की तादात करीब 15 हजार है। (Sampla Municipal) कस्बे में प्रतिदिन करीब 22 गांव के ग्रामीण खरीदारी करने पहुंते हैं। 31 जनवरी तक सांपला की सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए 43 कर्मचारी कार्यरत थे। लेकिन नया टेंडर नहीं होने के कारण अब वे कर्मचारी भी बेरोजगारी की चपेट में आ गये। पूर्व सफाई कर्मचारियों का कहना है कि यदि इस प्रकार नगरपालिका की सुस्ती चलती रही तो उनके सामने घर चलाने का संकट खड़ा हो जाएगा । (Sampla Municipal)
नगरपालिका की लापरवाही आमजन पर भारी
कस्बे के सबसे बड़े सामाजिक संगठन जनप्रयास सेवा समिति के सदस्य सुंदर ओहल्याण,रौनक मलिक, मास्टर सुरेंद्र ,अमित खत्री, संदीप कौशिक आदि का कहना है कि पहले की कोरोना संक्रमण की मार झेल चूका सांपला अब गंदगी से परेशान नजर आ रहा है। (Sampla Municipal) गंदगी के चलते कस्बे में बिमारियां फैलने का अंदेश दिन प्रति दिन बढ़ रहा है। नगरपालिका समय रहते नया टेंडर निकाल देती तो आज ये दिन देखने को नहीं मिलते ।
एक सप्ताह में कस्बेवासियों को मिल जाएगी राहत
नगरपालिका के वाइस चेयरमेन योगेश ओहल्याण उर्फ निक्का का कहना है कि एक सप्ताह के अंदर सांपला की सफाई व्यवस्था को दुरस्त कर दिया जाएगा। (Sampla Municipal) जब तक नया टेंडर नहीं होता तब तक वैकल्पिक व्यवस्था बनाई जाएगी। इसके लिए पूराने ठेकेदार या कॉन्टेक्ट पर सफाई कर्मचारियों को नियुक्त किया जाएगा। कस्बे की साफ – सफाई से कोई समझौत नहीं किया जा सकता।
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