विशाखापट्टनम। भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 3 टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला बुधवार से खेला जाएगा। इस मैच के लिए मेजबान टीम ने अपनी प्लेइंग इलेवन का ऐलान कर दिया है। भारतीय टीम ने बड़ा फैसला लेते हुए धोनी के उत्तराधिकारी कहे जा रहे ऋषभ पंत को प्लेइंग इलेवन में नहीं रखा है। उनकी जगह ऋद्धिमान साहा की टीम में वापसी हुई है। कप्तान विराट कोहली ने साहा को टीम में लेने की वजह उनका अच्छा विकेटकीपर होना बताया। विराट के मुताबिक साहा मौजूदा दौर के सबसे अच्छे विकेटकीपर हैं।
साहा की टीम इंडिया में वापसी को करिश्मा कहा जाए तो गलत नहीं होगा। बीसीसीआई की एक गलती ने साहा के करियर को लगभग तबाह कर दिया था। ऋद्धिमान साहा को जनवरी 2018 में साउथ अफ्रीका दौरे पर उंगली में चोट लगी थी और वो भारत लौट आए। इसके बाद वो आईपीएल में कुछ मैच खेले लेकिन इसके बाद उन्हें फिर कंधे में चोट लग गई। बीसीसीआई ने साहा को इलाज के लिए नेशनल क्रिकेट एकेडमी भेजा, जहां गलत ट्रेनिंग की वजह से उनकी चोट बिगड़ गई। नौबत ये आ गई कि उन्हें अपने दाएं कंधे की सर्जरी के लिए इंग्लैंड जाना पड़ा।
मैनचेस्टर में साहा का आॅपरेशन हुआ और इसके बाद वो कई महीनों तक अपना हाथ भी नहीं हिला पा रहे थे। हालांकि इसके बाद साहा की चोट ठीक हुई और उन्होंने अपने बल्ले से जबर्दस्त प्रदर्शन किया। साहा ने वेस्टइंडीज ए के दौरे पर बल्ले और विकेटकीपर के तौर पर अच्छा योगदान दिया। उन्होंने दो मैचों में दो अर्धशतकीय पारियां खेलीं साथ ही उन्होंने 7 कैच और एक स्टंप आउट भी किया। इस प्रदर्शन के बाद साहा की टीम इंडिया में वापसी हुई और उन्हें वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया में जगह मिली। हालांकि विराट एंड कंपनी ने उन्हें वहां खेले दो टेस्ट मैचों में जगह नहीं दी, साहा पर पंत को वरीयता दी गई। टीम इंडिया के इस फैसले को कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने गलत भी ठहराया।