दीपांशु शर्मा, सहारनपुर:
देशभर में जहां जन्माष्टमी का पर्व बड़ी ही धूमधाम के साथ मनाने की तैयारियां जोरों पर है तो वहीं मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया गया है। जिसमे शाम के समय श्रद्धालु मंदिर पहुंचेंगे और लडडृू गोपाल को झूला झूला कर साथ ही माखन खिला कर उनकी पूजा-अर्चना करेंगे। भारतवर्ष में 8 साल बाद यह ऐसा योग बना है जब दिन सोमवार और भादो पति की शुक्ल पक्ष की अष्टमी जिसमे दिन और नक्षत्र समान है। इसमें जन्माष्टमी त्योहार को लेकर मंदिरों में सजावट का कार्य किया जा रहा है, साथ ही कोरोना गाइडलाइन के पालन के लिए भी मंदिरों में गेट पर सैनिटाइजेशन मशीन और श्रद्धालुओं के लिए मास्क की व्यवस्था की गई है।
जिसमें दर्शन करने पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग के आधार पर दर्शन करने दिए जाएंगे और बिना मास्को वाले श्रद्धालुओं को मास्क कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि बीते वर्ष कोरोना महामारी के चलते जन्माष्टमी के पर्व को उत्साह के साथ नहीं मनाया गया था। इस बार कोरोना महामारी कम है इसलिए इस त्यौहार को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है और मंदिरों को बिल्कुल दुल्हन की तरह सजाया गया है।