प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर :
राष्ट्रीय पंजाबी महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सूचना आयुक्त हरियाणा अशोक मेहता एक निजी कार्यक्रम में यमुनानगर पहुंचे उन्होंने पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि सहजधारी सिक्ख को भी एचएसजीपीसी में वोट डालने का अधिकार मिल।
इस एक्ट में अब दो तरह के सिक्ख,अमृतधारी और एक सहजधारी
मेहता ने कहा कि 2014 गुरुद्वारा एक्ट में बदलाव किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी सन 1925 से सहजधारी सिक्खों को वोट देने का अधिकार था। उन्होंने कहा कि हरियाणा में अधिकतर सहजधारी सिक्ख धर्म में आस्था रखते है। सिक्ख गुरु नानकदेव जी से लेकर नौ गुरु सभी सहजधारी थे। उसके बाद दसवें गुरु गुरुगोबिंद सिंह जी ने खालसा पंथ का रूप दिया। उन्होंने कहा कि इस एक्ट में अब दो तरह के सिक्ख है। एक अमृतधारी और एक सहजधारी। हमारा यह मानना है कि हम पंजाबियों की मूल भावना और आस्था सिक्ख धर्म में शुरू से चली आ रही है। पहले भी हमारा वोट का जो अधिकार था, वह हमें मिले।
हरियाणा में भी खत्री-अरोड़ा वेलफेयर आयोग का गठन
उन्होंने कहा कि हमारी प्रदेश की सरकार से मांग है कि सिखों को वोट देने का अधिकार मिले। प्रदेश सरकार ने हरियाणा सिक्ख गुरुद्वारा प्रबंधक की कमेटी बनाई है। उसमें भी सहजधारी सिक्खों को सदस्यता मिले। इसके अलावा हमारी तीसरी मांग है कि पाकिस्तान बंटवारे के समय लाखों की तादाद में जो पंजाबी शहीद हुए थे उनकी याद में एक राष्ट्रीय स्मारक यह बनाया जाए। ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियों को हमारे इतिहास के गौरव का पता लगे। उन्होंने कहा कि पंजाबी कौम ने पूरी दुनिया में अपनी मेहनत और ईमानदारी से कौम का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्य पंजाब में खत्री-अरोड़ा वेलफेयर आयोग का गठन किया गया है। उसी तर्ज पर हरियाणा में भी खत्री-अरोड़ा वेलफेयर आयोग का गठन किया जाए। इस मौके पर जिला वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष गुलशन डांग, सुरेश आनंद शामिल रहें।
यह भी पढ़ें : नगर निगम आयुक्त अभिषेक मीणा ने सभी शाखाओं का लिया राउण्ड
यह भी पढ़ें : संतोष कटारिया विधायक ने विकास कार्यों के लिए गांवों में बांटे 49.65 लाख रुपये के चेक…
यह भी पढ़ें :होली के त्यौहार को आपसी मतभेद छोड़ कर रंगों की तरह बनानी चाहिए अपनी और दूसरों की जिंदगी सांसद संजय भाटिया
Connect With Us: Twitter Facebook