नई दिल्ली। महाराष्ट्र में तममा राजनीति उठापटक के बाद आखिरकार उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन ने सरकार बनाई। शनिवार को इस सरकार को फ्लोर टेस्ट देना है। महाराष्ट्र के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले चुके उद्धव ठाकरे ने आज मीडिया से बातचीत की। ठाकरे ने कहा कि- मैं बिना पूर्व सूचना के सीएम बनकर आया हूं। मैंने इसे पहले घोषित नहीं किया था। ठाकरे परिवार के बारे में आप जो भी जानते हैं, आप जानते होंगे, हमने कभी अपने लिए कुछ नहीं किया। ठाकरे ने कहा कि सीएम का पद एक जिम्मेदारी है। अगर मैं इससे भाग गया तो मैं शिवसेना प्रमुख का बेटा कहलाने के योग्य नहीं रहूंगा। यह तीन पार्टियों की सरकार है और हमारे पास भ्रष्टाचार, मुद्रास्फीति से निपटने के लिए बहुत सारी चीजें हैं।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि- मैं 2-3 बार मन्त्रालय आया हूं। और मैं अभी भी कल्पना करता हूं कि मैं एक अनुरोध के साथ आया हूं। जब आपने कहा कि हम सीएम का स्वागत करते हैं तो मैंने चारों ओर देखना शुरू किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि- प्रेस भी गवर्मेन्ट की आंखें, नाक और कान हैं। पिछले पांच साल में सरकार में हमारी भूमिका को किसी ने नहीं समझा। एक सरकार नीतियों कीघोषणा करती है और यदि वे लागू हो जाती हैं तो कोई भी जांच नहीं करता है। हमें यह सब जांचने की जरूरत है। बता दें कि मुख्यमंत्री बनते ही उद्धव ठाकरे ने कहा कि आरे जंगल में कोई पेड़ नहीं काटे जाएंगे। उन्होंने आरे मेट्रो का काम रोक दिया और कहा कि काम पूरी समीक्षा के बिना नहीं होगा। विकास होना है। मैं उसके खिलाफ नहीं हूं। हमने कोई विकास कार्य नहीं रोका है। महराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि आरे में पेड़ की कटाई नहीं होगी, लेकिन मेट्रो का काम जारी रहेगा। इन सबके अलावा उद्धव ठाकरे से न्यूनत साझा कार्यक्रम के बारे में भी सवाल किए गए। उसमें सेक्यूलर शब्द पर जोर देने की बात पर सवाल किए गए। साथ ही उद्धव को केसरिया रंग के कपने पहनने पर भी सवाल पूछा गया जिस पर उद्धव ने कहा कि केसरिया रंग मेरा पसंदीदी रंग है और इसे धोया नहीं जा सकता है। इसे किसी भी लौंड्री में धोया नहीं जा सकता है।