प्रभजीत सिंह, साढौरा :
कोरोना की दूसरी लहर के बाद शुक्रवार को स्कूल खुले तो राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में 9वीं से 12वीं तक के केवल 30 प्रतिशत बच्चे ही स्कूल पहुंचे। प्रिंसीपल रामरतन ग्रेवाल ने बताया कि प्रवेश द्वार अभिभावकों का सहमती पत्र चैक करके थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद ही मास्क पहने बच्चों को स्कूल में प्रवेश करने दिया गया। इससे पहले स्कूल परिसर की साफ-सफाई के बाद सभी कमरों को सैनेटाइज्ड किया गया। कक्षा के प्रत्येक बैंच पर एक ही विद्यार्थी के बैठने की व्यवस्था की गई। 30-30 मिनट के 6 पीरियड लगाए गए। रामरतन ग्रेवाल ने बताया कि स्कूल खुल जाने के बावजूद बच्चों का आनलाइन शिक्षण पहले की तरह जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि अधिकतर स्टाफ को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। स्टाफ के कुछ सदस्यों को दूसरी डोज भी लग चुकी है। बाकि को दूसरी डोज के लिए शैडयूल का इंतजार है।
कोरोना की दूसरी लहर के बाद शुक्रवार को स्कूल खुले तो राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में 9वीं से 12वीं तक के केवल 30 प्रतिशत बच्चे ही स्कूल पहुंचे। प्रिंसीपल रामरतन ग्रेवाल ने बताया कि प्रवेश द्वार अभिभावकों का सहमती पत्र चैक करके थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद ही मास्क पहने बच्चों को स्कूल में प्रवेश करने दिया गया। इससे पहले स्कूल परिसर की साफ-सफाई के बाद सभी कमरों को सैनेटाइज्ड किया गया। कक्षा के प्रत्येक बैंच पर एक ही विद्यार्थी के बैठने की व्यवस्था की गई। 30-30 मिनट के 6 पीरियड लगाए गए। रामरतन ग्रेवाल ने बताया कि स्कूल खुल जाने के बावजूद बच्चों का आनलाइन शिक्षण पहले की तरह जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि अधिकतर स्टाफ को वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। स्टाफ के कुछ सदस्यों को दूसरी डोज भी लग चुकी है। बाकि को दूसरी डोज के लिए शैडयूल का इंतजार है।