Punjab Political News (आज समाज) चंडीगढ़: पंजाब में लोकसभा चुनाव के बाद चल रही सियासी उठापटक खत्म होने का नाम नहीं ले रही। जहां आप और कांग्रेस में आपसी खींचतान जारी है वहीं शिअद में भी बगावती सुर शुरू हो गए हैं। यह सुर इतने ज्यादा बगावती है कि पार्टी का अध्यक्ष तक बदलने की आवाज बुलंद की जा रही है। इसको लेकर पार्टी का एक दल व्यापक मुहिम भी शुरू कर चुका है। इसी बीच बठिंडा से सांसद हरसिमरत कौर ने नई दिल्ली में कहा कि शिरोमणि अकाली दल एकजुट हैं और सुखबीर सिंह बादल के साथ सिवाय पांच के सभी 112 नेता साथ खड़े हैं। हरसिमरत कौर ने कहा कि बीजेपी के कुछ पिट्ठू शिरोमणि अकाली दल को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। वे वैसा ही करना चाहते हैं, जैसा उन्होंने महाराष्ट्र में किया था।
117 नेताओं में से केवल 5 नेता सुखबीर बादल के खिलाफ
अकाली दल के सभी नेता एकजुट हैं। 117 नेताओं में से केवल 5 नेता सुखबीर बादल के खिलाफ हैं जबकि 112 नेता पार्टी और सुखबीर बादल के साथ खड़े हैं। पंजाब से अकाली दल की इकलौती सांसद हरसिमरत कौर बादल ने संसद में कहा कि एक क्षेत्रीय पार्टी होने के नाते हमें संसद में थोड़ा ज्यादा समय मिले। उन्होंने कहा कि एक क्षेत्रीय पार्टी की इकलौती सांसद होने के नाते मैं पंजाब और पंजाबियों की आवाज उठाने के लिए यहां खड़ी हूं तथा उम्मीद करती हूं कि आप (स्पीकर ओम बिरला) छोटी पार्टियों का ख्याल रखें उनपर निगरानी रखें तथा मौका व आरक्षण दें। उन्होंने कहा कि हमें थोड़ा समय देकर प्रिंसिपल आॅफ डेमोक्रेसी को जिंदा रखें।
लोकसभा चुनाव में किया निराशाजनक प्रदर्शन
ज्ञात रहे कि शिअद जहां स्वंय को क्षेत्रीय दल होने के नाते लोगों की आवाज बुलंद करने का हिमायती बताता रहा है। वहीं इन लोकसभा चुनाव में पार्टी का जनाधार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। पार्टी को 13 में से मात्र एक लोकसभा सीट पर विजय हासिल हुई है जबकि उसके वोट बैंक में गिरावट दर्ज की गई है। जिसके बाद से पार्टी में बगावती सुर लगातार सुनाई देने लगे हैं।