राजस्थान के सियासी संग्राम में जल्द विराम लगने के आसार नजर आने लगे हैं। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच तलवारेखिंच गई ंथी। राजस्थान कांग्रेस दो गुटों में बंट गई थी। जिसके बाद तमाम मुश्किले अशोक गहलोत के लिए पैदा हो गई थी। अशोक गहलोत गुट के मंत्री लगातार सचिन पायलट गुट के विधायकों पर पार्टी की ओर से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। हालांकि अब जब विधानसभा के प्रस्तावित सत्र केआरंभ होने में कुछ ही समय शेष है। राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने सोमवार को आखिरकार राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की। पार्टी सूत्रों की माने तो राहुल और प्रियंका से मिलकर सचिन पायलट ने अपनी चितांओं को उनके सामने खुलकर रखा। पायलट ने विस्तार सेपार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के सामने अपना पक्ष रखा। सूत्रों के अनुसार पायलट से मुलाकात के पहले राहुल और प्रियंका ने लगभग डेढ़ घंटे तक चर्चा की और बाद में दोनों राहुल गांधी के आवास से निकले और किसी अन्य स्थान पर जाकर पायलट से मिले। उम्मीद की जा रही है कि अब र ाजस्थान के सियासी ड्रामें में अब विराम लग जाएगा। राजस्थान की सियासत की उठापटक अब समाप्त हो जाएगी। सूत्रों की मानें तो सचिन ने शीर्ष नेतृत्व के सामने स्पष्ट किया कि उनका विरोध अशोक गहलोत केसाथ है कांग्रेस पार्टी के साथ नहीं। जबकि पार्टी की ओर से भी सचिन के सम्मान को बनाए रखनेकी बात कही गई है।